आश्विन सर्वपितृ अमावस्या उपाय Sarwapitra Amavasya Upay 2023
आश्विन अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023 Ashwin Amavasya 2023 Date
- साल 2023 में आश्विन मास की सर्वपितृ अमावस्या 14 अक्टूबर शनिवार को है|
- अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 13 अक्टूबर रात्रि 09:50 मिनट पर|
- अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 14 अक्टूबर रात्रि 11:24 मिनट पर|
- पूजा का शुभ मूहूर्त होगा – प्रातःकाल 11:44 मिनट से दोपहर 12:30 मिनट|
- स्नान दान का समय होगा – प्रातःकाल 04:41 मिनट से प्रातःकाल 05:31 मिनट|
सर्वपितृ अमावस्या पर तर्पण मुहूर्त Ashwin Amavasya Muhurat 2023
- इस साल सर्वपितृ अमावस्या पर तर्पण के 3 शुभ मुहूर्त है|
- कुतुप मूहूर्त होगा – प्रातःकाल 11:44 मिनट से दोपहर12:30 मिनट तक|
- रौहिण मूहूर्त होगा – दोपहर 12:30 मिनट से दोपहर 01:16 मिनट|
- अपराह्न काल होगा – दोपहर 01:16 मिनट से सायंकाल 03:35 मिनट तक|
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अमावस्या पूजा विधि Amavasya Puja Vidhi
सर्वपितृ अमावस्या पितृ पक्ष का अंतिम दिन होता है इस दिन पितरो को विदाई दी जाती है. प्रातःकाल स्नान के बाद सूर्य को जल अर्पित कर भगवान विष्णु जी की पूजा करनी चाहिए। घर में पितरों के निमित सात्विक भोजन बनाकर उनके निमित धूप-ध्यान कर उन्हें भोग लगाए और तर्पण करे. बनाये हुए भोजन में से सबसे पहले गाय, कुत्ता, और कौवे के लिए भोजन निकाले। इसके बाद ब्राह्मणों को भोजन कराये. भोजन कराने के बाद दान करे. शाम के समय सरसों के तेल का दीपक घर की दक्षिण दिशा और पीपल वृक्ष के नीचे जलाकर पितरो का आशीर्वाद लेकर उन्हें विदाई देनी चाहिए।
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आश्विन अमावस्या उपाय Ashwin Amavasya Upay
- शास्त्रों के अनुसार आश्विन अमावस्या के दिन स्नान के बाद पितरों के लिए अपनी सामर्थ्य अनुसार कपड़े और अन्न का दान करना चाहिए| इससे पितर प्रसन्न होते हैं|
- अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर पितरों के निमित्त सूर्य देव को जल देना चाहिए|
- अमावस्या के दिन घर में सात्विक भोजन बनाकर कौवे, गाय और कुत्तों को देना चाहिए।
- अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में में स्नान कर ब्राह्राणों को भोजन व दान-दक्षिणा देनी चाहिए|
- यदि आप किसी कारणवश मृत परिजनों का श्राद्ध न कर पाएं तो उनकी आत्मा की शांति के लिए आज के दिन श्राद्ध, पिंडदान व तर्पण करना चाहिए|