अधिकमास की अंतिम एकादशी कब है Adhikmaas Parama Ekadashi 2023

एकादशी पूजा विधि Parama Ekadashi Puja Vidhi 2023

Adhikmaas Parama Ekadashi 2023Adhikmaas Parama Ekadashi 2023 शास्त्रों में अधिक मास में पड़ने वाली परम एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि एकादशी का यह व्रत तीन साल में एक बार आता है. 3 साल में एक बार आने के कारण यह साल की सबसे बड़ी एकादशी होती है वैसे तो सालभर में 24 एकादशी पड़ती है. लेकिन इस साल अधिक मास होने के कारण 2 एकादशी बढ़ गई है. एकादशी के दिन व्रत और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. आइये जानते है साल 2023 में अधिकमास की अंतिम परमा एकादशी व्रत तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, नियम और इस दिन किये जाने वाले उपाय क्या है.

परमा एकादशी शुभ मुहूर्त 2023 Parama Ekadashi Date Time 2023

  1. साल 2023 में परमा एकादशी का व्रत 12 अगस्त शनिवार को रखा जाएगा|
  2. एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी – 11 अगस्त प्रातःकाल 05:06 मिनट पर|
  3. एकादशी तिथि समाप्त – 12 अगस्त प्रातःकाल 06:31 मिनट पर|
  4. पूजा का शुभ मुहूर्त – प्रातःकाल 07.28 मिनट से प्रातःकाल 09.07 मिनट तक|
  5. पारण का शुभ मुहूर्त होगा – 13 अगस्त प्रातःकाल 05:49 मिनट से 08:19 मिनट तक|

परमा एकादशी पूजा विधि Parama Ekadashi Vrat Puja Vidhi

एकादशी के दिन प्रातः स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेकर पूजास्थल पर भगवान् विष्णु जी की प्रतिमा स्थापित कर पंचोपचार विधि से पूजा करे, प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु का तिलक कर पीले पुष्प अर्पित करे. इसके बाद अन्य सभी सामग्री अर्पित करे, भोग लगाएं, भोग में तुलसी पत्र जरूर डालें। इसके बाद परमा एकादशी व्रत कथा का पाठ या श्रावण कर आरती करें। अगले दिन द्वादशी तिथि पर ब्राह्मणों को भोजन करवाने के बाद व्रत का पारणा करें।

परमा एकादशी नियम Parama Ekadashi Niyam

  1. परमा एकादशी के दिन साधक को पूजा-पाठ के बाद दान करना चाहिए।
  2. इस दिन दोपहर के समय सोना वर्जित होता है.
  3. इस दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
  4. एकादशी के दिन तुलसी की पत्तिया नहीं तोड़नी चाहिए।
  5. एकादशी के दिन चावलों का सेवन भी नहीं करना चाहिए।

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परमा एकादशी उपाय Parama Ekadashi Upay 2023

  1. मान्यता है की परमा एकादशी पर भगवान विष्णु की उपासना और पितरों का श्राद्ध व तर्पण करने से विशेष लाभ मिलता है. इस दिन पूजा में भगवान विष्णु को पंचामृत अर्पित करे.
  2. परमा एकादशी व्रत के दिन व्रत कथा का पाठ करना अति शुभ माना जाता है.
  3. परमा एकादशी के दिन पीपल की जड़ को जल से सींचे. उसके बाद उसके नीचे घी का दीप जलाएं. वही पर एक तेल का दीपक शनि देव के लिए जलाएं. इस उपाय को करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है. इसके अलावा शनि देव की कृपा से साढ़ेसाती और ढैय्या का दुष्प्रभाव खत्म होता है.
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