उत्पन्ना एकादशी भूलकर भी ना करे ये 5 काम Utpanna Ekadashi Puja Vidhi Niaym

उत्पन्ना एकादशी 2021 तिथि व शुभ मुहूर्त Utpanna Ekadashi 2021

Utpanna EkadashiUtpanna Ekadashi शास्त्रों में एकादशी व्रत का बड़ा महत्व बताया गया है कहते है की एकादशी का व्रत करने से जातक के सभी पाप कर्म नष्ट होकर उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी उत्पन्ना एकादशी होती है. इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु जी की पूजा करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। इस साल उत्पन्ना एकादशी 30 नवंबर, मंगलवार के दिन पड़ रही है. आज हम आपको साल 2021 उत्पन्ना एकादशी व्रत तिथि, पूजा व पारण का मुहूर्त, और इस दिन विशेष रूप से ध्यान राखी जाने वाली बातो के बारे में बताएँगे.

उत्पन्ना एकादशी तिथि व शुभ मुहूर्त 2021 Utpanna Ekadashi Date Time 2021

  1. साल 2021 में उत्पन्ना एकादशी 30 नवंबर मंगलवार को है |
  2. एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी – 30 नवंबर प्रातःकाल 04:13 मिनट पर|
  3. एकादशी तिथि समाप्त – 1 दिसम्बर प्रातः काल 02:13 मिनट पर|
  4. उत्पन्ना एकादशी व्रत के पारण का शुभ मुहूर्त होगा- 1 दिसम्बर प्रातःकाल 07:34 मिनट से प्रातःकाल 09:02 मिनट तक |

चावलों का सेवन ना करे Do not these thing on ekadashi

शास्त्रों की माने तो किसी भी एकादशी के व्रत में चावल खाना वर्जित बताया गया है मान्यता है की चावल खाने से शरीर में आलस बढ़ता है और मन भक्ति में नहीं लगता वही वैज्ञानिक दृश्टिकोण से चावल में जल की मात्रा अधिक होने के कारण इसके सेवन से शरीर में जल की मात्रा बढ़ जाती है जिस कारण चंचलता बढ़ने लगती है इसीलिए इस दिन चावल का सेवन न करने की सलाह दी जाती है.

सूर्योदय के बाद ना सोये ekadashi Vrat astrology tips

शास्त्रों में किसी भी व्रत के दौरान देर तक सोना वर्जित माना गया है बहुत से लोग एकादशी का व्रत तो करते है लेकिन इस दिन सूर्योदय के बाद तक सोते रहते है इस बात का खास ख्याल रखे की अगर आपने एकादशी व्रत किया है तो सूर्योदय से पूर्व ही उठकर स्नान कर व्रत का संकल्प लेकर पूजा पाठ और दान पुण्य के कार्य करे.

किसी की निंदा या झूठ ना बोले How to do clelebrate ekadashi

एकादशी व्रत के दिन किसी भी व्यक्ति की चुगली नहीं करनी चाहिए और न ही झूठ बोलना बोलना चाहिए. इससे आपका मन दूषित होता है और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कभी भी दूषित मन से ईश्वर भक्ति नहीं की जा सकती. क्योकि इससे व्रती को पूजा पाठ व व्रत का पुण्य फल प्राप्त नहीं हो पाता है.

तामसिक भोजन का सेवन न करे Ekadashi Niyam

एकादशी के व्रत में पूर्ण रूप से सात्विकता भोजन ही ग्रहण करना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार एकादशी व्रत में लहसुन, प्याज या अन्य तरह के तामसिक भोजन से दूर ही रहना चाहिए क्योकि  तामसिक भोजन से व्यक्ति में काम भावना बढ़ने लगत्ती है जिससे मन अशुद्ध होता है.

क्रोध न करे ekadashi vrat pujan date 2021

शास्त्रों के अनुसार एकादशी व्रत के दिन क्रोध नहीं करना चाहिए एकादशी व्रत के दिन घर का माहौल शांत बनाये रखते हुए प्रभु की भक्ति में लीन रहना चाहिए. यदि किसी से कोई गलती हो भी जाय तो उसे माफ़ कर दे उसपर क्रोध न करे क्योकि क्रोध से घर में नकारात्मकता बढ़ जाती है.

तुलसी के पत्ते ना तोड़े Do Not pluck tulsi Leave

एकादशी तिथि के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। विष्णुजी की पूजा में तुलसी पत्ता चढ़ाना है तो उसे एक दिन पहले ही तोड़कर रख लेना चाहिए।इसके अलावा तुलसी की पत्तियों को कभी भी नाखून से या खींचकर नहीं तोड़ना चाहिए.

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