सोमवती अमावस्या 2021 तिथि Amavasya Upay 2021
सोमवती अमावस्या शुभ मुहूर्त 2021 Somwati Amavasya 2021 Date Time
- साल 2021 में चैत्र मास सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल सोमवार के दिन है.
- अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 11 अप्रैल सुबह 6:03 मिनट पर |
- अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 12 अप्रैल सुबह 08:00 मिनट पर |
सोमवती अमावस्या पूजा विधि Somwati Amavasya Vidhi
चैत्र माह की सोमवती अमावस्या के दिन सबसे पहले किसी पवित्र नदी में स्नान करे स्नान के बाद सूर्यदेव को जल का अर्घ्य दे और फिर पितरों को जल अर्पित करें इसके बाद दूध में काले तिल मिलाकर पितृ तर्पण करें तर्पण के बाद किसी ब्राह्मण या फिर जरूरतमंद को भोजन कराकर अपनी सामर्थ्य अनुसार पितरों के नाम से अन्न वस्त्र और धन का दान करे. मान्यता के अनुसार इस दिन सुहागन स्त्रियों को पति की दीर्घायु के लिए पीपल के वृक्ष की पूूजन कर शिव जी और माता पार्वती का पूजन करना चाहिए अमावस्या के दिन तुलसी पूजन कर तुलसी जी की परिक्रमा करने से घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य आता है।
सोमवती अमावस्या महत्व Somwati Amavasya Mahatva
मान्यताओं के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन सुहागिन महिलाये अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं इसके साथ ही इस दिन पितरों का तर्पण करने से व्यक्ति को पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में सुख-शांति व खुशहाली आती है। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या सोमवती अमावस्या होती है जो व्यक्ति की सभी इच्छाएं को पूरा करने वाली मानी गयी है.
अमावस्या नियम Amavasya Niyam
- यदि संभव हो तो इस दिन प्रातःकाल नदी, सरोवर या पवित्र कुंड में स्नान करें।
- स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देकर व्रत का संकल्प लें।
- इस दिन किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन अवश्य कराएं।
- अमावस्या के दिन अनाज, वस्त्र, तिल, आंवला, कंबल आदि चीजों का का दान करें।
- अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण करें इससे उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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- अमावस्या के दिन पूर्ण रूप से सात्विकता का ख्याल रखे.
- इस दिन घर पर आये किसी व्यक्ति को खाली हाथ ना जाने दे क्योकि अमावस्या दान व तर्पण का दिन होता है.
- इस दिन किसी भी बड़े बूढ़े का अपमान ना करे.
- सोमवती अमावस्या के दिन भूलकर भी तामसिक भोजन जैसे प्याज,लहसुन आदि का सेवन ना करें।