संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि Sankashti Vrat Pooja Vidhi
कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2024 Sankashti Chaturthi 2024
- साल 2024 में आषाढ़ कृष्णपिंगल संकष्टी चतुर्थी का व्रत 25 जून मंगलवार को रखा जाएगा|
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – 25 जून प्रातःकाल 01:23 मिनट पर|
- चतुर्थी तिथि समाप्त – 25 जून रात्रि 11:10 मिनट पर|
- चद्रोदय का समय होगा – रात्रि 10:27 मिनट पर|
- विजय मुहूर्त – दोपहर 02:43 मिनट से 03:39 मिनट तक|
- गोधूलि मुहूर्त – शाम 07:21 मिनट से 07:42 मिनट तक|
कृष्णपिंगल चतुर्थी पूजा विधि Sankashti Chaturthi Puja Vidhi
शास्त्रों के अनुसार चतुर्थी के दिन सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प ले और पूजास्थल को साफ़ कर एक चौकी में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करे. अब प्रतिमा के सामने धूप-दीप जलाकर उन्हें सिंदूर, अक्षत्, रोली, फूलों की माला, वस्त्र, दूर्वा अर्पित करें। इसके बाद तिल, गुड़, लडू या मोदक का भोग लगाए. दूर्वा अर्पित करते समय “ओम गं गणपतयै नम:” मंत्र का जाप करें फिर व्रत कथा पढ़े और रात्रि में चन्द्रमा को अर्घ्य देकर पूजा संपन्न करे.
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संकष्टी चतुर्थी उपाय Sankashti Chaturthi Mahaupay
- शास्त्रों की माने तो कृष्णपिंगल चतुर्थी के दिन भगवान गणेश को 21 दूर्वा की गांठ अर्पित करना शुभ होता है.
- भगवान गणेश जी को गुड़ और घी का भोग लगाएं और उसे गाय को देना चाहिए.
- कृष्णपिंगल चतुर्थी पर भगवान गणेश को मालपुए का भोग लगाने से मनोकामना पूरी होती है.
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कृष्णपिंगल संकष्टी के दिन गणेश जी को सिंदूर से तिलक करें व लाल पुष्प अर्पित करें। इसके बाद भगवान गणेश को 21 दूर्वा की गांठ अर्पित करें इससे मनोकामना पूरी होती है.