ज्येष्ठ पूर्णिमा चंद्रग्रहण 2020 सूतक काल का समय Lunar Eclipse Jyestha Purnima 2020

चंद्र ग्रहण 2020 Lunar Eclipse June 2020 Date Time In India

चंद्रग्रहण साल 2020 का दूसरा चंद्र ग्रहण जल्द ही लगने वाला है ज्योतिष अनुसार चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाती है। जून माह की शुरुआत में लगने वाला यह ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लगेगा यानि की इस दिन ज्येष्ठा मास की पूर्णिमा होगी. पूर्णिमा स्नान, दान और मोक्ष प्राप्ति के लिए विशेष मानी जाती है खास बात ये है की ये ग्रहण भारत में भी देखा जा सकेगा. आज ham आपको ज्येष्ठ माह में लगने जा रहे दूसरे चंद्र ग्रहण की सही तिथि सूतक काल का समय और इस दौरान राखी जाने वाली सावधानियों के बारे में बताएँगे.

चंद्र ग्रहण और सूतक काल का समय Lunar Eclipse 2020

साल 2020 का दूसरा चंद्रग्रहण 5 जून रात्रि 11 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगा और 6 जून सुबह 02:32 मिनट पर समाप्त होगा| ज्योतिष अनुसार ग्रहण  रात 12 बजकर 54 मिनट पर अपने पूर्ण प्रभाव में होगा। इस चंद्रग्रहण ग्रहण काल की कुल अवधि 03 घंटे 15 मिनट की होगी। ज्योतिष की माने तो यह ग्रहण काफी संवेदनशील होगा। जिसे भारत में भी देखा जा सकेगा। चंद्र ग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाएगा. लेकिन यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा जिस कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।

चंद्र ग्रहण सावधानियां Chandra Grahan Do Not These Things

  1. शास्त्रों में ग्रहण को लेकर कुछ सावधानियां बतायी गयी है जिनका पालन सभी को करना चाहिए.
  2. ग्रहण काल में किसी भी मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होती है इसीलिए कोशिश करे की इस समय किसी भी मंदिर में प्रवेश न करे और ना ही घर के मंदिर में पूजा करे साथ ही ग्रहण के समय पूजा स्थल को किसी पर्दे से ढक दें।
  3. ग्रहण का सूतक काल लगते ही घर में न तो भोजन पकाना चाहिए और न ही ग्रहण करना चाहिए हलाकि शास्त्रों में बीमार, बूढ़े और बच्चो को इसकी कोई मनाही नहीं है.
  4. चंद्र ग्रहण के दौरान विशेषकर गर्भवती महिलाओं को घर पर ही रहने की सलाह दी जाती है ताकि ग्रहण के दौरान निकलने वाली नेगेटिव एनर्जी उन्हें प्रभावित न कर सके.

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  1. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान लेटना या हाथ-पैर मोड़ कर नहीं बैठना चाहिए.
  2. ग्रहण के समय सोना भी वर्जित माना जाता है.
  3. ग्रहण को अन्धकार का सूचक माना जाता है इसीलिए शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के दौरान बाल काटना , नाखून, दाढ़ी मूछ , घर में कलह और गुस्सा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए अन्यथा इसके दुष्परिणाम आपको प्राप्त हो सकते है.
  4. शास्त्रों के अनुसार ग्रहण लगने से पहले खाने पीने की सभी चीजों में तुलसी का पत्ता डालकर रखना चाहिए.
  5. ग्रहण के दौरान लगातार मंत्रों का जाप करते करे.
  6. ग्रहण समाप्त होने के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिडकाव कर घर को अच्छी तरह से शुद्ध कर ले.
  7. ग्रहण काल के बाद स्नान कर लेना चाहिए।
  8. चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद गेहूं, गुड़ जैसी चीजों का दान करने से खुशहाली और सम्पन्नता में वृद्धि होती है.
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