परिवर्तिनी एकादशी शुभ मुहूर्त 2023 Parivartini Ekadashi Importance 2023
परिवर्तिनी एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त 2023 Parivartini Ekadashi Date time 2023
- साल 2023 में परिवर्तिनी एकादशी व्रत 25 और 26 सितम्बर को रखा जायेगा।
- एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी – 25 सितंबर को प्रात: काल 07:55 मिनट पर|
- एकादशी तिथि समाप्त होगी – 26 सितंबर को सुबह 05:00 मिनट पर|
- पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – प्रातःकाल 09:12 मिनट से प्रातःकाल 10.42 मिनट|
- 25 सितंबर व्रत रखने वालो के लिए पारण का समय होगा – 26 सितंबर दोपहर 01:25 मिनट से सायंकाल 03:49 मिनट|
- 26 सितंबर व्रत रखने वालो के लिए पारण का समय होगा – 27 सितंबर प्रातःकाल 06:12 मिनट से प्रातःकाल 08:36 मिनट|
एकादशी शुभ संयोग 2023 Parivartini Ekadashi Shubh Sanyog 2023
ज्योतिष अनुसार इस साल परिवर्तिनी एकादशी पर चार शुभ योगो का निर्माण होने से यह तिथि बेहद शुभ होगी. इस दिन रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, द्विपुष्कर योग और सुकर्मा योग बनेगा। ये सभी योग शुभ कल्याणकारी माने जाते है इन योगो में में किये कार्य सफलता प्रदान करते है.
परिवर्तिनी एकादशी पूजा विधि Parivartini Ekadashi Puja Vidhi
एकादशी तिथि को प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प ले. इस दिन भगवान विष्णु जी के वामन अवतार का ध्यान करते हुए पूजा शुरू करे. सबसे पहले पूजा स्थल पर धूप-दीप जलाकर भगवान् विष्णु को पंचामृत से स्नान कराकर तिलक करे और फिर पीले फल-फूल, पंचामृत व तुलसी दल अर्पित करें और विष्णु मंत्रो का जाप करे. अब एकादशी व्रत कथा पढ़े. इस तरह विधि विधान के साथ पूजा के बाद अगले दिन व्रत का पारण करना चाहिए.
एकादशी के दिन क्या करे Parivartini Ekadashi Kya Kare
- शास्त्रों के अनुसार भाद्रपद एकादशी के दिन गंगा जी में स्नान और पानी में तिल मिलाकर स्नान करना चाहिए यह बेहद शुभ माना जाता है|
- आज के दिन जरूरतमंद को अनाज का दान करने से व्यक्ति के जीवन में कभी दरिद्रता नहीं आती|
- एकादशी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि का वास रहता है।
- परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी चढ़ाना बहुत ही शुभ मना जाता है|
इसे भी पढ़े – जानें अपना वार्षिक राशिफल 2023.
एकादशी के दिन क्या ना करे Parivartini Ekadashi Kya Na Kare
- धार्मिक मान्यता अनुसार एकादशी के व्रत में चावलों का सेवन और पूजा में चावलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।
- एकादशी या ग्यारस के दिन व्रतधारी व्यक्ति को गाजर, शलजम, गोभी, पालक का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन श्री विष्णु की पूजा में मीठा पान चढ़ाया जाता है, लेकिन इस दिन पान खाना वर्जित होता है।
- एकादशी के दिन तामसिक चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
- शास्त्रों के अनुसार एकादशी के दिन बाल नहीं धोना चाहिए और न ही बाल कटवाना चाहिए।