नवरात्रि छठा दिन माँ कात्यायनी पूजा विधि Maa Katyayani Puja Vidhi
Chaitra Navratri Sixth Day Puja Vidhi चैत्र नवरात्रि का छठा दिन देवी कात्यायनी को समर्पित है। यह देवी दुर्गा की छठी शक्ति है इन्हें गौरी, उमा, हेमावती और इस्वरी आदि नामो से भी जाना जाता है. मान्यता अनुसार महर्षि कात्यायन की पुत्री होने के कारण ही इनका नाम कात्यायनी पड़ा. शास्त्रों के अनुसार नवरात्री के छठे दिन माँ दुर्गा के इस रूप की पूजा करने से विवाह सम्बन्धी परेशानी दूर होती है मनचाहे वर की प्राप्ति होती है. आइये जानते है चैत्र नवरात्रि षष्ठी तिथि काव्रत कब है, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, माँ का स्वरुप, प्रिय रंग, भोग, फूल, मंत्र और इस दिन किया जाने वाला खास उपाय कौन सा है|
नवरात्रि छठा दिन शुभ मुहूर्त Chaitra Navratri Date Time Shubh Muhurat
- साल 2023 में चैत्र नवरात्रि का छठा नवरात्रि व्रत 27 मार्च सोमवार को रखा जायेगा
- इसी दिन माँ कात्यायनी की पूजा की जाएगी
- षष्ठी तिथि प्रारम्भ होगी – 26, मार्च सायंकाल 04:32 मिनट|
- षष्ठी तिथि समाप्त होगी – 27, मार्च सायंकाल 05:27 मिनट|
मां कात्यायनी का रूप Maa Katyayani Swaroop
प्राचीन कथाओ के अनुसार मां कात्यायनी महिषासुर मर्दिनी है। मां का यह रूप संहारक, अत्यंत दिव्य और देखने में बड़ा ही भव्य है. इनकी चार भुजाएं हैं. मां कात्यायनी के दाहिनी ओर का ऊपर वाला हाथ अभय मुद्रा में और नीचे वाला वरमुद्रा में है. माँ के बाईं तरफ के हाथ में कमल का फूल सुशोभित है देवी कात्यायनी सिंह की सवारी करती हैं
मां कात्यायनी पसंदीदा रंग, फूल व भोग Maa Katyayani Bhog
शास्त्रों के अनुसार माँ कात्यायनी का पसंदीदा रंग लाल व पीला है. आज के दिन माँ को पूजा में शहद का भोग लगाने से वे प्रसन्न रहती है और भक्तो को मनचाहा वरदान देती है. माँ कात्यायनी का पसंदीदा फूल बेर के पेड़ का फूल माना गया है.
माता माँ कात्यायनी पूजन विधि Maa Katyayani Puja Vidhi
नवरात्रि के छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा के लिए प्रातःकाल उठकर स्नान करे और व्रत का संकल्प ले. सबसे पहले भगवान गणेश जी का आह्वाहन करे फिर समस्त देवी देवताओ व देवी कात्यायनी का आह्वाहन कर माँ की प्रतिमा के सामने धूप – दीप जलाकर माँ को उनके प्रिय फूल, शृंगार व सुहाग की सामग्री, कच्ची हल्दी की गांठ और उनका प्रिय भोग शहद अर्पित करें. इसके बार व्रत कथा पढ़े या सुने. अंत में देवी के मंत्र || ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥ का 108 बार जाप कर माँ की आरती कर ले.
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माँ को प्रसन्न करने के लिए क्या करे Maa Katyayani Upay
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण को पाने के लिए व्रज की गोपियों ने कालिंदी नदी के तट पर देवी कात्यायनी की पूजा की थी. इसीलिए कहते है की आज के दिन माँ को प्रसन्न करने से मनचाहे वर की प्राप्ति होती है. नवरात्री के छठे दिन माँ के छठे रूप मां माँ कात्यायनी को पूजा में 7 कौड़िया, हल्दी की गांठ व चावल माँ के बीज मंत्र का जाप करते हुए अर्पित करे और उन्हें शहद से बना पान अर्पित करने से विवाह में आ रही परेशानिया और शनि राहु के दोषो से मुक्ति मिलती है.