प्रदोष व्रत पूजा विधि 2023 Pradosh Vrat Poja Vidhi
प्रदोष व्रत तिथि शुभ मुहूर्त Pradosh Vrat December Month Date
- साल 2023 मार्गशीर्ष मास कृष्ण प्रदोष व्रत 10 दिसंबर रविवार को रखा जाएगा|
- प्रदोष काल पूजा का शुभ मुहूर्त – 10 दिसंबर रविवार सायंकाल 05:25 मिनट से लेकर 08:08 मिनट तक|
- त्रयोदशी तिथि आरम्भ होगी -10 दिसंबर प्रातःकाल 07:13 मिनट पर |
- त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी – 11 दिसंबर प्रातःकाल 07:10 मिनट पर |
प्रदोष व्रत पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत के दिन प्रातः स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करे और व्रत का संकल्प लेकर भगवान शिव माता पार्वती और गणेश जी की विधिवत पूजा करे. शाम के समय एकबार फिर से स्वच्छ होकर भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करे और सभी पूजन सामग्री, बिल्वपत्र अर्पित, धूप-दीप अर्पित करे. इसके बाद शिव पंचाक्षरी मन्त्र नमः शिवाय का 108 बार जाप व व्रत कथा पढ़े. अंत में सफेद चावल से बनी खीर का भोग लगाकर पूजा संपन्न करे.
रवि प्रदोष महाउपाय Pradosh Vrat Mahaupay
प्रदोष व्रत भगवान शिव व माता गौरी को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है. रवि प्रदोष न सिर्फ शिव-गौरा बल्कि सूर्य उपासना के लिए भी खास माना जाता है. इस दिन सूर्य पूजा से कार्यो में सफलता मिलती है. आइये जानते है रवि प्रदोष के दिन किये जाने वाले उपाय क्या है.
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- रवि प्रदोष के दिन शमी के पत्ते शिवलिंग पर ‘ऊँ नमः शिवाय’ मंत्र का 11 बार जाप करते हुए अर्पित करना शुभ होता है.
- जीवन में यश और सफलता के लिए शुभ मुहूर्त में शिव जी की पूजा करें और पूजा में शिवलिंग पर एक मुट्ठी गेहूं चढ़ा दें. यह उपाय करियर में बड़ी तरक्की और संपन्नता दिलाता है .
- यदि कुंडली में सूर्य कमजोर है तो रवि प्रदोष के दिन लाल चंदन, लाल फूल और गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य देने के बाद सवा किलो गेहूं का दान करें. यह उपाय आपको करियर में जमकर तरक्की देगा.