करवाचौथ सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग Karwachouth Mahasanyog 2018
करवाचौथ पर सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग karwachouth vrt tyohaar date time
शास्त्रों के अनुसार इस बार करवाचौथ पर राजयोग कि स्थति बन रही है और साथ ही सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि योग भी बन रहे हैं इसके अलावा इस दिन चंद्रमा शुक्र कि राशि वृष में होंगे और चन्द्रमा पर गुरु कि दृष्टि रहेगी जिस कारण प्रेम व दाम्पत्य जीवन के लिए यह व्रत काफी शुभ रहेगा इन बड़े संयोगो के चलते व्रत और पूजा के लिए यह दिन और भी अधिक खास हो जाएगा। बताया जा रहा है कि ग्रहों का ऐसा अद्भुद संयोग करीब 100 सालों बाद बन रहा है कहा जा रहा है कि इन शुभ योगों में की गई पूजा और व्रत के बहुत अधिक शुभ प्रभाव आपको प्राप्त हो सकते है. यदि इस दिन महिलाये विधिपूर्वक पूजा कर व्रत करे तो इससे उनके पति को अपने कार्यों में सर्वत्र विजय प्राप्त होती है इसीलिए मान्यताओं के अनुसार इस बार का करवाचौथ सुहागन महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
इन राशियों के लिए होगा विशेष फलदायी karwachouth effects on zodiacs
सौभाग्य प्राप्ति के लिए रखा जाने वाला करवाचौथ का यह व्रत आमतौर पर मंगलकारी ही होता है लेकिन इस बार विशेष संयोग बनने के कारण इसका महत्व और फल और भी अधिक बढ़ गए है. ज्योतिष शास्त्र अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि इस बार करवाचौथ का यह व्रत कुछ राशियों के लिए बहुत ही ख़ास रहेगा वैसे तो प्रत्येक राशि के जातको के लिए यह व्रत शुभ है लेकिन वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, वृश्चिक, मीन राशि के जातको के लिए करवा चौथ का व्रत करना अत्यंत शुभ फल प्राप्त करने वाला और विशेष फलदायी रहेगा. साल 2018 में करवाचौथ पर बनने जा रहे सर्वार्थ सिद्धि और अमृतसिद्धि योग और चंद्रमा के शुक्र राशि में होने से प्रेम सम्बन्धो में प्रगाढ़ता और मजबूती आएगी साथ ही दाम्पत्य जीवन में विश्वास, स्नेह, सहयोग और संतान सुख में वृद्धि होगी.
राशिअनुसार जाने साल 2018 का भविष्यफल
क्या करे इस विशेष दिन What to do on Karwachouth
करवाचौथ पर विशेष महसंयोगो के चलते आपको कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए. इस दिन सुबह जल्दी उठकर घर में सफाई कर ले और हो सके तो घर के बाहर रंगोली जरूर बनाएं।पूरे घर को गंगाजल से शुद्ध कर ले. इसके बाद अपने पति का आशीर्वाद ले और घर के मंदिर में चौथ माता के साथ ही श्रीगणेशजी की प्रतिमा भी स्थापित करें। शाम के समय भगवान गणेश जी कि विधिवत पूजा करने के बाद उन्हें उनके प्रिय लडडूओं का भोग लगाएं। गणेश जी कि पूजा के बाद शिव और माता पार्वती की पूजा भी करें और इसके बाद चौथ माता की पूजा करें।ऐसा करना बेहद ही शुभ होगा.