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नवरात्रि दूसरा तीसरा दिन शुभ मुहूर्त 2025 Chaitra Navratri Puja Vidhi

दूसरा तीसरा व्रत नवरात्रि Navratri Dusra Din Brahmcharini Puja

Chaitra Navratri Puja Vidhi पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्रि का पर्व 30 मार्च से लेकर 6 अप्रैल तक चलेगा. इस बार चैत्र नवरात्रि में तृतीया तिथि घट रही है जिस कारण दूसरा और तीसरा नवरात्रि व्रत 31 मार्च को एक ही दिन रखा जायेगा. इस दिन माँ के दूसरे स्वरुप देवी ब्रह्मचारिणी और तीसरे स्वरुप देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी. आइये जानते है चैत्र नवरात्रि का दूसरा और तीसरा नवरात्रि व्रत कब रखा जायेगा, पूजा का शुभ मुहूर्त, माँ ब्रह्मचारिणी देवी चन्द्रघण्टा स्वरुप, प्रिय रंग, भोग, मंत्र, पूजा विधि और इस दिन किये जाने वाले उपाय क्या है|

दूसरा और तीसरा नवरात्रि व्रत कब है 2025 Chaitra Navratri 2025 Muhurat

  1. साल 2025 में चैत्र नवरात्रि का दूसरा और तीसरा नवरात्रि व्रत 31 मार्च सोमवार को रखा जायेगा|
  2. इस दिन माँ दुर्गा के दूसरे स्वरुप देवी ब्रह्मचारिणी व तीसरे स्वरुप देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी|
  3. 31 मार्च को द्वितीया तिथि प्रातःकाल 09:12 मिनट तक रहेगी|
  4. इसके बाद तृतीया लग जाएगी जो 1 अप्रैल को प्रातःकाल 05:45 मिनट तक रहेगी|
  5. ऐसे में 31 मार्च को तृतीया तिथि का क्षय होगा और दो देवियो का पूजन एक ही दिन किया जायेगा|

देवी ब्रह्मचारिणी देवी चंद्रघंटा स्वरुप Goddess Brahmcharini Swaroop

शास्त्रों के अनुसार देवी ब्रह्मचारिणी ब्रह्म स्वरूप है. यहां ब्रह्म का अर्थ तपस्या से है ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली| देवी को इस जगत की समस्त चर व अचर विद्याओं की ज्ञाता माना जाता है. मां सफेद वस्त्र धारण करती है. मां के दाहिने हाथ में माला और बाएं हाथ में कमंडल है. मां ब्रह्मचारिणी पवित्रता, शांति, तप और शुद्ध आचरण का प्रतीक मानी जाती हैं. वही मां दुर्गा का तीसरा रूप देवी चंद्रघंटा बेहद सुंदर, मोहक, परम शांतिदायक और अलौकिक है। चंद्र के समान मां के इस रूप से दिव्य सुगंधियों और दिव्य ध्वनियों का आभास होता है। माँ का वाहन सिंह है। देवी मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित होने के कारण ही इन्हें चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है।

नवरात्रि दूसरा दिन पूजन विधि Goddess Brahmcharini Pooja Vidhi

नवरात्रि के दूसरे दिन प्रातःकाल स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर मां ब्रह्मचारिणी और माता चंद्रघंटा को पंचामृत से स्नान करवाएं. अब उन्हें रोली, अक्षत, पान, सुपारी, फल, मेवे, कमल, गुडहल, गुलाब की माला, धूप दीप अर्पित करे. माँ ब्रह्मचारिणी को शक्कर और माँ चंद्रघंटा को दूध से बनी मिठाइ या खीर का भोग लगाएं। इसके बाद ओम देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः और ओम देवी चन्द्रघंटाय नमः मंत्र जप करें। व्रत कथा का पाठ और दुर्गा चालीसा का पाठ कर आरती करे.

नवरात्रि दूसरा दिन उपाय Second Navratri Upay

  1. शास्त्रों की अनुसार आज के दिन मां चंद्रघंटा को लाल वस्त्र अर्पित करने से जीवन में धन संपदा बनी रहती है.
  2. कुंडली में शुक्र ग्रह से संबंधित दोष हो तो नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा जरूर करनी चाहिए.
  3. वैवाहिक सुख के लिए नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी का आशीर्वाद लेकर सिद्ध किया हुआ मंगल यंत्र धारण करना चाहिए।
  4. आज के दिन मां ब्रह्मचारिणी के स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
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