नवरात्रि चौथा दिन शुभ मुहूर्त 2023 | Chaitra Navratri Fourth Day Puja Vidhi

नवरात्रि चौथा दिन शुभ मुहूर्त Navratri Maa Kushmanda Puja Vidhi

Chaitra Navratri Fourth DayChaitra Navratri Fourth Day Puja Vidhiनवरात्रि माँ दुर्गा की भक्ति का 9 दिवसीय पर्व है जिसमे 9 दिन देवी के अलग – अलग रूपों का पूजन होता है. नवरात्रि के चौथे दिन दुर्गा माँ के चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा की पूजा होती है। मान्यता है कि देवी कूष्माण्डा ने अपनी मुस्कान से ही ब्रह्मांड की रचना इसीलिए इन्हें सृष्टि की आदिशक्ति भी कहा जाता है. माँ दुर्गा का ये चौथा स्वरूप भक्तों को संतति सुख प्रदान करने वाला है। आइये जानते है चैत्र नवरात्रि के चौथे व्रत की तिथि, माँ कुष्मांडा स्वरुप, पूजा विधि, मंत्र, भोग, रंग और इस दिन देवी कुष्मांडा को प्रसन्न करने के लिए किये जाने वाले एक विशेष उपाय क्या है|

चैत्र नवरात्रि चौथा दिन शुभ मुहूर्त 2023 Chaitra Navratri 2023 Muhurat

  1. साल 2023 में चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी तिथि व चौथा नवरात्रि व्रत 25 मार्च शनिवार को है|
  2. चतुर्थी तिथि प्रारम्भ होगी – 24 मार्च सायंकाल 04:59 मिनट पर|
  3. चतुर्थी तिथि समाप्त होगी – 25 मार्च सायंकाल 04:23 मिनट पर|
  4. पूजा का शुभ मुहूर्त – प्रातःकाल 11:14 मिनट से दोपहर 01:41 मिनट|
  5. पूजा का अभिजीत मुहूर्त होगा – दोपहर 12:03 मिनट से दोपहर 12:52 मिनट|
  6. इसी दिन विनायक चतुर्थी और लक्ष्मी पंचमी का व्रत भी रखा जायेगा|

देवी कूष्माण्डा का स्वरुप Chaitra Navratri Maa Kushmanda Swaroop

शास्त्रों के अनुसार देवी कूष्मांडा माँ आदिशक्ति का चौथा स्वरूप है. इनके स्वरूप की अगर बात करे तो पुराणों के अनुसार देवी कुष्मांडा की आठ भुजाएं है और माता सिंह पर सवार हैं। मां के सात हाथों में चक्र, गदा, धनुष, कमण्डल, अमृत से भरा हुआ कलश, बाण और कमल का फूल है. माँ का ये स्वरूप भक्तो को सुख प्रदान करता है. मान्यता है की देवी ने ब्रह्माण्ड के निर्माण में योगदान दिया था.

माँ कुष्मांडा प्रिय रंग, फूल व भोग Maa Kushmanda Rang Bhog Phool

मां कूष्मांडा को अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है. नवरात्रि के चौथे दिन इनकी पूजा का विधान है माँ के इस रूप का पसंदीदा रंग लाल, प्रिय भोग मालपुए और प्रिय फूल कमल और गेंदा है आज के दिन माँ को उनकी ये सभी प्रिय चीजे अर्पित करना बहुत ही शुभ होता है.

इसे भी पढ़े – जानें अपना वार्षिक राशिफल 2023.

माता कूष्मांडा पूजन विधि Chaitra Navratri Maa Kushmanda Pujan Vidhi

नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद हाथों में फूल लेकर देवी को प्रणाम करे और व्रत व पूजन का संकल्प लें. अब धुप दीप जलाकर गणेश जी, सभी देवी देवताओ और माँ कुष्मांडा का आह्वाहन करे. इसके बाद माता रानी को सभी पूजन सामग्री अर्पित करे और उनके प्रिय मालपुए का भोग लगाए इसके बाद चौथे नवरात्रि व्रत कथा का पाठ करे. अंत में ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥ मन्त्र का जाप करते हुए ध्यान कर आरती करें।

चौथा नवरात्रि उपाय Chaitra Navratri Maa Kushmanda Upay

  1. नवरात्रि का चौथा दिन मां दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्माण्डा को समर्पित है. कुष्मांडा यानी कुम्हड़ा। कुष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानि कि- कद्दू, जिसे पेठा भी कहा जाता है. मां कुष्मांडा को आज के दिन पेठा अर्पित करने से मनोकामना पूरी होती है.
  2. इसके अलावा इस दिन एक पान का पत्ता और साबुत लौंग लेकर पूजा के समय माँ को अर्पित करे और अगले दिन सुबह स्नान के बाद उस पान और लौंग को बहते पानी में प्रवाहित कर दें. इससे धनलाभ होता है.
error: