संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि Bhadrapad Sankashti Vrat Pooja Vidhi
संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2021 Sankashti Chaturthi 2021
- साल 2021 में संकष्टी चतुर्थी का व्रत 25 अगस्त बुधवार के दिन रखा जाएगा |
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ होगी- 25 अगस्त सायंकाल 04:18 मिनट पर |
- चतुर्थी तिथि समाप्त होगी – 26 अगस्त सायंकाल 05:13 मिनट पर |
- संकष्टी के दिन चन्द्रोदय का समय होगा रात्रि – 08:50 मिनट |
संकष्टी चतुर्थी व्रत पूजा विधि Sankashti Chaturthi Vrat Puja Vidhi
चतुर्थी तिथि के दिन गौरी पुत्र गणेश जी की पूजा की जाती है इस दिन प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेते हुए पूजा स्थल को गंगाजल से पवित्र कर ले और पूजा स्थल पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर कलश की स्थापना करे. सुबह शाम भगवन गणेश जी की विधिवत पूजा कर उन्हें कपूर धुप दीप अक्षत और उनका प्रिय दूर्वा अर्पित करे और उन्हें लड्डुओं और मोदकों का भोग लगाकर आरती कर ले. रात्रि में चंद्रोदय के बाद चन्द्रमा को जल का अर्घ्य देकर व्रत संपन्न करे. इसके बाद ब्राह्मण के लिए दान दक्षिणा निकालकर व्रत खोल ले और अगले दिन दान की सामग्री ब्राह्मण को दे दे.
संकष्टी चतुर्थी उपाय Sankashti Chaturthi Mahaupay
August Sankashti Chaturthi Date Time 2021- गणेश जी को सभी देवो में प्रथम पूज्य माना गया है इसीलिए कहते है की किसी भी कार्य से पहले गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. यदि गणेश जी की आराधना के समय नियमो का सही ढंग से पालन कर छोटे छोटे उपाय किये जाय तो वे व्यक्ति को बल, बुद्धि, विद्या, धन सम्पदा का वरदान देने के साथ ही उसके सभी संकटो को हर लेते ही. आइये जानते है इस दिन कौन से काम और उपाय करने चाहिए.
- शास्त्रों के अनुसार संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत रखकर गणेश जी को 21 लड्डुओं का भोग लगाने से घर में सुख समृद्धि आती है.
- इस दिन गणेश जी के समक्ष घी का चौमुखी दीपक जलाने से कार्यसिद्धि होती है.
- आज के दिन गणेश जी को पूजा में लाल सिन्दूर अर्पित करने से धन धान्य में वृद्धि होती है.
- इस बार भाद्रपद माह की संकष्टी चतुर्थी बुधवार के दिन है जो गणेश जी की आराधना का ही दिन है इस दिन गणेश जी की पूजा के साथ माँ लक्ष्मी जी का पूजन करने से मनोकामना पूरी होती है.
- संकष्टी चतुर्थी यदि बुधवार के दिन हो तो यह बेहद लाभकारी होती है इस दिन गणेश जी की पूजा में उन्हें 21 दूर्वा उनके मस्तक पर चढ़ाना शुभ होता है.