भौम (मंगल) प्रदोष व्रत पूजा विधि 2021 Pradosh Vrat Poja Vidhi
मंगल भौम प्रदोष व्रत तिथि शुभ मुहूर्त Pradosh Vrat November Month Date
- साल 2021 में कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी प्रदोष व्रत 16, नवंबर मंगलवार के दिन रखा जाएगा.
- प्रदोष व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – सायंकाल 05:27 मिनट से 08:07 मिनट तक|
- पूजा की कुल अवधि 02 घण्टे 40 मिनट्स की होगी.
- कृष्ण त्रयोदशी प्रारम्भ होगी – 16, नवंबर प्रातःकाल 08:01 बजे
- कृष्ण त्रयोदशी समाप्त होगी – 17, नवंबर प्रातःकाल 09:50 मिनट
भौम प्रदोष पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
16 November 2021 Bhaum Pradosh प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम दिन होता है. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर व्रत का संकल्प ले. प्रातःकाल की विधिवत पूजा करे. प्रदोष व्रत की पूजा विशेस्कर प्रदोष काल में ही की जाती है इसीलिए प्रदोष काल अर्थात शाम के समय पूजा के लिए पुनः स्नान से निवृत्त होकर पूजा प्रारम्भ करे. पहले पूजा स्थान पर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके आसन ग्रहण करें। फिर शिव प्रतिमा एक चौकी पर स्थापित कर गंगा जल से अभिषेक करें। पूजा में महादेव को उनके प्रिय बेलपत्र, धतूरा, सफेद चंदन, फल, फूल, अक्षत्, धूप दीप चढ़ाएं और ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। यह मंगल प्रदोष है इसीलिए इस दिन भगवान् शिव के साथ हनुमानजी का पूजन करने से कर्ज से छुटकारा मिलता है.
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भौम या मंगल प्रदोष व्रत उपाय Pradosh Upay
- मंगल यानि भौम प्रदोष के दिन मंगल ग्रह की शांति के लिए शाम के समय हनुमान जी और भगवान शिव की पूजा करे.
- भौम प्रदोष के दिन हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ कर बूंदी का प्रसाद वितरण करने से लाभ मिलता है.
- इस दिन प्रदोष काल में भगवान शिव को पंचामृत से स्नान और फिर शुद्ध जल से स्नान कराकर बेलपत्र अर्पित करने से मनोकामना पूरी होती है.
- भौम प्रदोष के दिन हनुमान जी के मंदिर में चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करने से आपको आर्थिक लाभ और कर्ज से छुटकारा मिलता है.