साल का पहला सूर्यग्रहण कब लगेगा 2023 Suryagrahan kab Lagega
वैसाख अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023 Vaisakh Amavasya 2023
- साल 2023 में वैशाख अमावस्या 20 अप्रैल, गुरुवार के दिन है |
- अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 19 अप्रैल प्रातःकाल 11:23 मिनट पर |
- अमावस्या तिथि समाप्त होगी – 20 अप्रैल प्रातःकाल 09:41 मिनट पर |
- स्नान-दान का शुभ मुहूर्त होगा – सुबह 04.23 – सुबह 05.07 मिनट |
सूर्यग्रहण व सूतक काल समय Suryagrahan Date Time 2023
- पंचांग के अनुसार साल 2023 का पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल गुरुवार को वैसाख अमावस्या पर लगेगा|
- भारतीय समयनुसार ग्रहण 20 अप्रैल को सुबह 7:03 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12:28 मिनट तक रहेगा|
- मान्यताओं के अनुसार सूर्यग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले आरंभ हो जाता है। ये सूर्यग्रहण भारत में नहीं देखा जा सकेगा इस कारण भारत में ग्रहण का सूतककाल मान्य नहीं होगा|
सूर्यग्रहण कहाँ-कहाँ दिखाई देगा Suryagrahan Kahan Kahan Dikhega
ज्योतिष अनुसार साल का ये पहला सूर्य ग्रहण कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर दिखाई देगा.
अमावस्या पर ग्रहण के बाद जरूर करे ये काम Amavasya Suryagrahan Upay
धार्मिक दृष्टि से अमावस्या तिथि बहुत अधिक खास मानी जाती है यह तिथि पितरो की तिथि होती है इस साल वैसाख अमावस्या पर सूर्यग्रहण लग रहा है ऐसे में शास्त्रों के अनुसार ग्रहण समाप्त होने के बाद यदि कुछ विशेष कार्य किये जाय तो व्यक्ति को ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से मुक्ति के साथ ही धन एस्वर्य की प्राप्ति होती है. आइये जानते है इस दिन कौन से कार्य करने चाहिए.
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- अमावस्या के दिन जब ग्रहण समाप्त हो जाय तब सबसे पहले स्नान करना चाहिए और स्नान के बाद जरूरतमंदो को भोजन, वस्त्र आदि का दान करना चाहिए.
- वैसाख अमावस्या के दिन ग्रहण समाप्त होने के बाद घर के ईशान कोण में लाल बाती का एक दीपक जलाये इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव कम होता है, माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आर्थिक लाभ होता है.
- वैसाख अमावस्या के दिन ग्रहण की समाप्ति के बाद तुलसी पूजन करे इससे मनोकामना पूरी होती है.
- अमावस्या के दिन ग्रहण समाप्त होने के बाद पीपल के पेड़ की पूजा कर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपकी समस्याएं दूर होती है.