परशुराम जंयती तिथि शुभ मुहूर्त 2021 Parshuram Jayanti Date Time 2021

परशुराम जंयती पूजा उपाय Parshuram Jayanti Pujan Vidhi

Parshuram Jayanti Parshuram Jayanti परशुराम जयंती भगवान विष्णु जी के छठे स्वरूप के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है इस दिन परशुराम की पूजा अर्चना का विधान है। हर वर्ष परशुराम जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को पड़ती है मान्यता है कि भगवान परशुराम का जन्म प्रदोष काल में हुआ था इसीलिए प्रदोष काल में जब तृतीया तिथि शुरू होती है तब परशुराम जयंती मनाई जाती है। इसी दिन अक्षय तृतीया का प्रसिद्ध त्योहार भी मनाया जाता है। आज हम आपको परशुराम जंयती 2021 शुभ मुहूर्त ,पूजा विधि, और इस दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में बातएंगे.

परशुराम जंयती शुभ मुहूर्त 2021 Parshuram Jayanti Shubh Muhurat 2021

  1. साल 2021 में परशुराम जंयती 14 मई को मनाई जायेगी|
  2. तृतीया तिथि प्रारंभ होगी – 14 मई सुबह 05:38 मिनट पर
  3. तृतीया तिथि समाप्त होगी – 15 मई सुबह 07:59 बजे मिनट पर|

परशुराम जयंती पूजा विधि Parshuram Jayanti Puja Vidhi

परशुराम जयंती के दिन सबसे पहले ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें। परशुराम भगवान विष्णु जी के अवतार हैं इसलिए पूजास्थल पर एक चौकी पर परशुराम जी या विष्णु जी की प्रतिमा स्थापित करें और उन्हें चंदन, तुलसी के पत्ते, कुमकुम, अगरबत्ती, फल-फूल और मिठाई अर्पित कर विधिवत उनकी पूजा करें पूजा में विष्णु जी के मंत्रो का जाप करे फिर शाम के समय प्रदोष काल में पुन: पूजा कर नैवेद्य अर्पित करें इसके बाद भगवान परशुराम की व्रत कथा पढ़ें और अंत में धूप दीप आरती कर प्रार्थना करें कि वह आपको साहस प्रदान करें और आपको सभी प्रकार के भय से मुक्ति दें।

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परशुराम जयंती उपाय Parshuram Jayanti upay

भगवान विष्णु जी के छठे अवतार भगवान परशुराम जी को साहस का देवता माना जाता है इसीलिए यदि आज के दिन उनकी पूजा में भगवान विष्णु एवं परशुराम जी को चंदन, तुलसी के पत्ते, कुमकुम, अगरबत्ती, फूल और मिठाई चढ़ाकर विशेष पूजन और व्रत रखा जाय तो कहा जाता है कि व्यक्ति को जीवन मेंसफलता साहस और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है।

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