परिवर्तिनी एकादशी शुभ मुहूर्त 2022 Parivartini Ekadashi kab Hai
परिवर्तिनी एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त 2022 Parivartini Ekadashi Date time 2022
- साल 2022 में परिवर्तिनी एकादशी 6 और 7 सितम्बर को होगी.
- एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी – 06 सितंबर को प्रात: काल 05:54 मिनट पर|
- एकादशी तिथि समाप्त होगी – 07 सितंबर को सुबह 03:04 मिनट पर|
- व्रत के पारण का समय होगा – 7 सितम्बर प्रातःकाल 08:19 मिनट से 08:35 मिनट तक और 8 सितम्बर प्रातःकाल 06:08 मिनट से 08:35 मिनट तक|
एकादशी शुभ संयोग 2022 Parivartini Ekadashi Shubh Sanyog 2022
Parivartini Ekadashi Mahasanyog 2022 ज्योतिष अनुसार इस साल परिवर्तिनी एकादशी पर चार शुभ योगो का निर्माण होने से यह तिथि बेहद शुभ होगी. इस दिन सूर्योदय के साथ ही आयुष्मान, मित्र और रवि योग प्रारंभ हो जाएगा। इसके कुछ घंटों बाद सौभाग्य योग शुरू होगा. आइल साथ ही एकादशी पर चार प्रमुख ग्रहों का संयोग भी रहेगा जिसमें सूर्य, बुध, गुरु और शनि सभी चारों ग्रह अपनी ही राशियों में भ्रमण करेंगे। इस दिन चार ग्रहों का स्वराशि में होना पुण्य लाभ दिलाने वाला रहेगा।
परिवर्तिनी एकादशी पूजा विधि Parivartini Ekadashi Puja Vidhi
एकादशी तिथि को प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प ले. इस दिन भगवान विष्णु जी के वामन अवतार की पूजा करनी चाहिए. सबसे पहले पूजा स्थल पर धूप-दीप जलाकर भगवान् विष्णु को पंचामृत से स्नान कराकर तिलक करे और फिर पीले फल-फूल, पंचामृत व तुलसी दल अर्पित करें और विष्णु मंत्रो का जाप करे. अब एकादशी व्रत कथा पढ़े. इस तरह विधि विधान के साथ पूजा के बाद अगले दिन व्रत का पारण करना चाहिए.
एकादशी के दिन क्या करे Parivartini Ekadashi Kya Kare
- शास्त्रों के अनुसार इस दिन गंगा जी में स्नान और पानी में तिल मिलाकर स्नान करने का विशेष महत्व है। मान्यता है की आज के दिन दान करने से व्यक्ति के जीवन में हमेशा भगवान की कृपा बनी रहती है। इस दिन संभव हो तो वस्त्र तथा अनाज का दान करना चाहिए.
- एकादशी पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि का वास रहता है।
- परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी चढ़ाना बहुत ही शुभ मना जाता है.
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एकादशी के दिन क्या ना करे Parivartini Ekadashi Vrat Niyam
- धार्मिक मान्यता अनुसार एकादशी व्रत के दिन चावलों का सेवन नहीं करना चाहिए यह वर्जित होता है.
- एकादशी या ग्यारस के दिन व्रतधारी व्यक्ति को गाजर, शलजम, गोभी, पालक का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन श्री विष्णु की पूजा में मीठा पान चढ़ाया जाता है, लेकिन इस दिन पान खाना भी वर्जित माना जाता है।
- इस दिन तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और न ही कांसे के बर्तन में भोजन करना चाहिए.
- शास्त्रों के अनुसार एकादशी के दिन बाल नहीं धोना चाहिए और न ही बाल कटवाना चाहिए।