खरमास क्या करे क्या न करें Kharmas 2025
खरमास क्या होता है Kharmas Kya Hota Hai
ऐसी मान्यता है की सूर्य अपने सात घोड़ो के रथ में बैठकर पूरे ब्रह्माण्ड की परिक्रमा करते है लेकिन खरमास में भगवान सूर्य अपने रथ में लगे सात घोड़ों को विश्राम के लिए छोड़ देते हैं और गधों को रथ में जोत लेते हैं। खरमास में खर का मतलब गधा से और मास का मतलब महीने है। सूर्य के रथ को खरो द्वारा खींचने के कारण ही इसे खरमास कहा जाता है.
खरमास कब से कब तक Malmas starting date 2025
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2025 में 14 मार्च को शाम 6:59 मिनट सूर्य देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। सूर्य देव के मीन राशि में गोचर करने के साथ ही खरमास शुरू होगा। इस दिन मीन संक्रांति होगी. इसके बाद सूर्य देव 14 अप्रैल को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। जिसके साथ ही खरमास समाप्त होगा|
खरमास में क्या करे Kharmas Kya Kare Kya Na Kare
- खरमास के दौरान मंत्र जाप करना शुभ माना जाता है। इस माह में श्री राम कथा, भागवत कथा और शिव पुराण का पाठ करना चाहिए|
- खरमास में सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्व है। इस दौरान सूर्य को नियमित रूप से जल देना चाहिए और आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
- खरमास में जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना चाहिए।
- इस माह में ब्राह्मण, गुरु, गाय की सेवा करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है|
- खरमास के पूरे महीने में तुलसी की पूजा करनी चाहिए|
- इस माह में तीर्थ यात्रा कर पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।
खरमास में क्या न करें Kharmas Kya Na Kare
- शास्त्रों के अनुसार खरमास में किसी नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए.
- खरमास में सगाई, शादी-विवाह, मुंडन, निवेश, घर या गाड़ी खरीदना जैसे कार्य वर्जित माने जाते है|
- खरमास या मलमास में तामसिक चीजों से परहेज करना चाहिए|
- खरमास में नया घर, वाहन, प्लॉट या फ्लैट नहीं खरीदना चाहिए.
- इसके अलावा नए घर में प्रवेश भी नहीं करना चाहिए.