प्रदोष व्रत पूजा विधि 2024 Pradosh Vrat Poja Vidhi
ज्येष्ठ शुक्ल प्रदोष व्रत तिथि शुभ मुहूर्त Pradosh Vrat June Month Date
- साल 2024 में ज्येष्ठ शुक्ल प्रदोष व्रत 19 जून बुधवार को रखा जाएगा.
- प्रदोष व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – 19 जून सायंकाल 07:22 मिनट से रात्रि 09:22 मिनट तक|
- ज्येष्ठ, शुक्ल त्रयोदशी प्रारम्भ होगी – 19 जून प्रातःकाल 07:28 मिनट पर|
- ज्येष्ठ, शुक्ल त्रयोदशी समाप्त होगी – 20 जून प्रातःकाल 07:49 मिनट पर|
प्रदोष व्रत विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
प्रदोष व्रत के दिन प्रातः स्नान आदि से निवृत्त होकर सूर्य को जल का अर्घ्य दे और पूजा घर में गंगा जल का छिड़काव कर व्रत का संकल्प करें। सबसे पहले गणेश जी की पूजा कर उन्हें दूर्वा अर्पित करे. प्रदोष कल में सूर्यास्त के समय पुनः स्वच्छ होकर शिव के समक्ष धुप दीप जलाकर षोडशोपचार विधि से पूजन करें पूजा में शिवलिंग का पंचामृत से जलाभिषेक कर उनकी प्रिय चीजे अर्पित करे. इसके बाद बुध प्रदोष व्रत कथा पढ़ें और संपूर्ण शिव परिवार की आरती करे.
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बुध प्रदोष नियम Pradosh Vrat Niyam
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को हल्दी चढ़ना वर्जित माना गया है इसलिए प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर हल्दी से तिलक नहीं करना चाहिए. पूजा में शिवलिंग पर भस्म, बेलपत्र, भांग, गंगाजल, दूध, चंदन, चढ़ाना शुभ होता है.
- शास्त्रों की माने तो प्रदोष व्रत वाले दिन भगवान शंकर को केतकी के फूल, तुलसी की पत्तियां, नारियल का पानी, शंख का जल, कुमकुम या सिंदूर चढ़ाने से बचना चाहिए. मान्यताओं के अनुसारये सभी चीजे शिव पूजा में वर्जित होती है.
- प्रदोष व्रत में तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
- इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए