वरुथिनी एकादशी व्रत 2025 Varuthini Ekadashi Date Time 2025

वरुथिनी एकादशी शुभ मुहूर्त Varuthini Ekadashi Muhurat 2025

Varuthini Ekadashi Date Time 2025Varuthini Ekadashi Date Time 2025 पंचांग के अनुसार बैसाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी कहते है. कहा जाता है वरुथिनी एकादशी का व्रत करने से मोक्ष की प्राप्ति होती हैं. यह एकादशी समस्त पापों का नाश करने वाली मानी जाती है. इस दिन भगवान विष्णु के वराह अवतार और भगवान कृष्ण के मधुसूदन रूप की पूजा का भी विधान है. आइये जानते है साल 2025 में वरुथिनी एकादशी व्रत की सही तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, नियम और इस दिन किये जाने वाले उपाय कौन से है.

वरुथिनी एकादशी शुभ मुहूर्त 2025 Varuthini Ekadashi Date time 2025

  1. साल 2025 में वरुथिनी एकादशी व्रत 24 अप्रैल गुरुवार को रखा जायेगा|
  2. एकादशी तिथि प्रारम्भ – 23 अप्रैल सायंकाल 04:43 मिनट पर|
  3. एकादशी तिथि समाप्त – 24 अप्रैल दोपहर 02:32 मिनट पर|
  4. पारण का समय – 25 अप्रैल प्रातःकाल 05:46 मिनट से 08:23 मिनट तक|
  5. अभिजित मुहूर्त – प्रातःकाल 11:53 मिनट से दोपहर 12:46 मिनट तक|
  6. द्वादशी तिथि समाप्त होगी – प्रातःकाल 11:44 मिनट|

वरुथिनी एकादशी पूजा विधि Varuthini Ekadashi Puja Vidhi

वरुथिनी एकादशी के दिन प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेकर पूजास्थल को गंगाजल से पवित्र कर भगवान विष्णु की प्रतिमा वहां स्थापित करनी चाहिए. इसके बाद प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराकर धूप- दीप, चन्दन, पुष्प, पीले फल, पंचामृत व तुलसी दल अर्पित करें. इसके बाद एकादशी व्रत कथा और विष्णु मंत्रो का जाप कर आरती करे. इस तरह विधि विधान से पूजा के बाद अगले दिन व्रत का पारण करना चाहिए.

वरुथिनी एकादशी नियम Varuthini Ekadashi Vrat Niyam

  1. धार्मिक मान्यता अनुसार एकादशी व्रत में सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए.
  2. इस दिन तामसिक चीजों के सेवन से बचना चाहिए.
  3. दशमी, एकादशी और द्वादशी तीनो दिन व्रत का पालन करना चाहिए.
  4. एकादशी के दिन तुलसी की पत्तिया नहीं तोड़नी चाहिए.
  5. इस व्रत में चावलों का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
  6. आज के दिन बाल, नाखून या दाढ़ी मूछ नहीं बनवानी चाहिए.
  7. एकादशी के दिन तुलसी को जल देना वर्जित होता है.

वरुथिनी एकादशी व्रत उपाय Varuthini Ekadashi Upay

  1. वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा कर भगवान के सामने घी का दीपक जलाने से सारी समस्याएं दूर होने लगती है.
  2. आज केदिन भगवन विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करना शुभ आता है.
  3. एकादशी के दी भगवान विष्णु के मंत्र “ऊँ नमो भगवते नारायणाय” मंत्र का 21 बार जप करने से मनोकामना पूरी होती है.
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