आषाढ़ गुप्त नवरात्रि कब है 2021 Gupt Navratri 2021 Kab Hai
Ashadha Gupt Navratri पंचांग के अनुसार पूरे सालभर में चार बार नवरात्रि आती है जिसमे से 2 प्रचलित और 2 गुप्त नवरात्रि होती है. आषाढ़ मास में आने वाली नवरात्रि गुप्त नवरात्रि कहलाती है देवी दुर्गा शक्ति का प्रतीक है और माँ के भक्तो के लिए देवी दुर्गा के नौ दिवसीय साधना का महापर्व बहुत खास होता है इस दौरान देवी माँ की गुप्त सिद्धियों और दश महाविद्याओं की पूजा-अर्चना की जाती है. इस साल आषाढ़ी गुप्त नवरात्रि पर कई शुभ योगो का निर्माण हो रहा है जिस कारन यह नवरात्रि बहुत खास होंगी आज हम इस वीडियो में आषाढ़ी गुप्त नवरात्रि कब से कब तक है शुभ योग, कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और माँ को प्रसन्न करने के लिए किये जाने वाले एक खास महाउपाय के बारे में बात करेंगे
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि शुभ मुहूर्त 2021 Gupt Navratri Dates 2021
- साल 2021 में आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 11 जुलाई रविवार से शुरू होगी और इसका समापन 18 जुलाई रविवार को होगा|
- घटस्थापना का शुभ मुहूर्त होगा – 11 जुलाई सुबह 05:31 मिनट से 07:47 मिनट तक|
- घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त होगा – 11 जुलाई प्रातः 11:59 मिनट से 12:54 मिनट तक|
- प्रतिपदा तिथि आरभ होगी – 10 जुलाई सुबह 06:46 मिनट पर |
- प्रतिपदा तिथि समाप्त होगी – 11 जुलाई प्रातः 07:47 मिनट पर |
- 17 जुलाई को अष्टमी और 18 जुलाई को नवमी मनाई जाएगी|
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि शुभ योग Ashadha Gupt Navratri Shubh Yog
Ashadha Gupt Navratri आषाढ़ नवरात्र जून-जुलाई के महीने में आते हैं इस बार गुप्त नवरात्रि का पर्व 11 जुलाई से 18 जुलाई तक मनाया जायेगा. ज्योतिष की माने तो इस बार गुप्त नवरात्र पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो कि सुबह 5:31 मिनट से रात्रि 2:22 तक रहेगा. इसी दिन रवि पुष्य नक्षत्र योग भी रहेगा जो कि गुप्त नवरात्र में कलश स्थापना पर सभी कार्य सिद्ध करने वाला होगा। इस बार गुप्त नवरात्र 8 दिन की होगी, क्योंकि षष्टी और सप्तमी तिथि एक ही दिन मनाई जाएगी इसके साथ ही माँ गज पर सवार होकर आएँगी ज की शुभ मना जाता है.
गुप्त नवरात्रि पूजा विधि Gupt Navratri Pooja Vidhi
Ashadha Gupt Navratri नवरात्रि के पहले दिन कलश या घट स्थापना की जाती है इसीलिए इस दिन सुबह जल्दी उठकर दैनिक कार्यो से निवृत्त होकर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित करें और मां दुर्गा की प्रतिमा शृंगार कर उन्हें लाल रंग के वस्त्र पहनाये. अब कलश स्थापना के लिए पूजा स्थल पर मिट्टी के बर्तन में जौ के बीज बो ले अब शुभ मुहूर्त में कलश की स्थापना करे इसके लिए एक कलश में जल भरें कलश पर कलावा लपेट दे. कलश के मुख पर आम की पत्तियां लगाएं और एक नारियल को लाल चुनरी से लपेटकर कलश के उपपर रखें। अब फूल, कपूर, अगरबत्ती, ज्योत के साथ पंचोपचार से पूजा करें। नौ दिनों तक मां दुर्गा के मंत्रो का जाप कर सुख-समृद्धि की कामना करें। अष्टमी या नवमी को दुर्गा पूजा के बाद नौ कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोग लगाएं। आखिरी दिन कलश या घट विसर्जन करें.
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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि महाउपाय Gupt Navrtari Upay
Ashadha Gupt Navratri आषाढ़ मास हिंदू पंचाग के अनुसार वर्ष का चौथा मास होता है। इस दौरान कई बड़े व्रत त्योहारों तो आते ही है साथ ही इसी समय माँ की गुप्त साधना के गुप्त नवरात्रो का पर्व भी मनाया जाता है शास्त्रों में ऐसी मान्यता है की यदि व्यक्ति के जीवन में किसी भी तरह की परेशानिया है तो गुप्त नवरात्रो में किये उपाय और गुप्त साधना व्यक्ति के जीवन की सभी परेशानियों का अंत कर देता है तो आइये जानते है ये महाउपाय क्या है.
- गुप्त नवरात्रि के दौरान सर्वप्रथम स्नान कर पूजास्थल पर एक चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछा ले अब इसपर 11 गोमती चक्र रखे. इसके बाद रुद्राक्ष या स्फटिक की माला से देवी माँ के प्रभावशाली मंत्र || ‘ऐं क्लीं श्रीं’|| मंत्र का 11 माला जाप करे और पूजा के बाद इन गोमती चक्रो को लाल रंग के कपडे में बांध कर तिजोरी में रख दे| इस उपाय को करने व्यक्ति के जीवन से धनसंबंधी परेशानियों का जल्दी ही अंत हो जाता हैऔर जीवन में खुशहाली आती है.
- इस दौरान देवी मां को दोनों वेला में लौंग, सिंदूर, केसर, कपूर और बताशे का भोग लगाएं,
- गुप्त नवरात्रो के दौरान मां को लाल रंग के फूल चढ़ाये.
- संभव हो तो गुप्त नवरात्रो में की गयी साधना को गुप्त ही रखे इससे माता रानी आप पर प्रसन्न होकर आपकी सभी मनोकामनाओ को पूरा करती है.