दीवाली पूजन के लिए विशेष सामग्री Special things for depawali poojan
महालक्ष्मी के दिन माता लक्ष्मीजी के पूजन के लिए सभी लोग अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार पूजा करते है किन्तु यदि हम माँ लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास चीजे जो माँ को बहुत ही प्रसन्न है उन चीजों द्वारा माँ की पूजा करके उन्हें खुश कर सकते है अपनी-अपनी सामर्थ्य के अनुसार आप लक्ष्मीजी को कुछ वस्तुएँ जो उन्हें प्रिय हो से पूजा कर सकते है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए गन्ना या ईख Sugarcane for Lakshmi Poojan
महालक्ष्मी जी को गजलक्ष्मी भी कहा जाता है. गजलक्ष्मी के रूप में माँ ऐरावत हाथी पर सवार दिखाई देती हैं और उनके हाथी को सबसे अधिक पसंद खाद्य-सामग्री ईख यानी गन्ना है. इसीलिए इस कहा जाता है की दीपावली पूजन में गन्ना रखना चाहिए इससे ऐरावत प्रसन्न रहते हैं जिस कारण महालक्ष्मी भी प्रसस्न रहती है पूजा के बाद प्रसाद में गन्ने का सेवन भी कर सकते है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए खीर Kheer for Lakshmi Poojan
दीपावली के दिन घर में लक्ष्मी पूजन के लिए मिठाई के साथ-साथ घर पर खीर भी अवश्य बनानी चाहिए क्योकि खीर लक्ष्मी जी का प्रिय व्यंजन है माँ को खीर का भोग लगाकर इसका प्रसाद भी बाँट दे.
महालक्ष्मी पूजन के लिए पीली कौड़ी Yellow clamshell for Lakshmi Poojan
दीपावली के दिन लक्ष्मी जी की पूजा के लिए पूजा की थाली में पीली कौड़ियां रखनी चाहिए यह परंपरा पुराने समय से ही चली आ रही है. पीली कौड़ियां धन और लक्ष्मी की का प्रतीक स्वरुप होती हैं. इन कौड़ियों को पूजा करने के बाद तिजोरी में रखना चाहिए इससे लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए पान के पत्तें Paan ke patte for Lakshmi Poojan
पान के पत्तें भी दीपावली में लक्ष्मी जी की पूजा के लिए बहुत ही शुभ माने गए है पान खाने से जिस तरह व्यक्ति के पेट की सफाई के साथ-साथ पाचन तंत्र ठीक होता है उसी तरह पूजा के समय पान शुद्ध और पवित्र होता है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए वंदनवार Vandanwaar for Lakshmi Poojan
शुभ काम में आम, पीपल और अशोक के नए कोमल पत्तों की माला बनाई जाती है जिसे वंदनवार कहा जाता है. यह दीपावली के दिन घर के मुख्य द्वार पर लगाया जाता है. वंदनवार को द्वार पर लगाने से घर में नेगेटिव ऊर्जा नहीं आती है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए स्वस्तिक Swasthik for Lakshmi Poojan
कभी भी शुभ काम में पूजा के लिए स्वस्तिक बनाया जाता है. स्वास्तिक की चार भुजाएं उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम चारों दिशाओं की सूचक होती है. ये चार भुजाएं ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास आश्रमों के प्रतीक रूप में मानी गयी है स्वस्तिक हमेशा केसर, हल्दी या सिंदूर से बनाया जाता है स्वस्तिक के प्रभाव से माता लक्ष्मी जी और गणेश जी प्रसन्न होते है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए तिलक Tilak for Lakshmi Poojan
हमेशा पूजा में तिलक लगाया चाहिए इससे मस्तिष्क में बुद्धि, ज्ञान और शांति का विकास होता है. कभी भी बिना तिलक की पूजा पूरी नहीं होती है. तिलक लगाने से मन की एकाग्रता भी बढ़ती है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए चावल (अक्षत) Rice for Lakshmi Poojan
प्राचीन काल से पूजा में चावल अर्थात अक्षत रखने का विधान है. चावल को अक्षत भी कहा जाता है और इसका अर्थ होता है जो खंडित न हो इसीलिए चावल को पूर्णता का प्रतीक भी कहा जाता है. धार्मिक कार्यों में चावल का बड़ा महत्व है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए बताशे और गुड़ Batashe for Lakshmi Poojan
बताशे और गुड़ यह दिवाली के पूजन के लिए शुभ माने गए है. दीवाली में लक्ष्मी-पूजन करने के बाद गुड़-बताशे दान करना शुभ होता है ऐसा करने से करने से धन में वृद्धि होती है. घर में सुख और समृद्धि का वास होता है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए कलावा Kalawa for Lakshmi Poojan
कलावे को लच्छा भी कहा जाता है कलावे को शक्ति के रूप में माना जाता है. इसे पूजा में कलाई पर बांधा जाता है. यह रक्षा सूत्र के नाम से भी प्रसिद्ध है. यह हमें जीवन में बुरे प्रभाव से बचाता है.
महालक्ष्मी पूजन के लिए रंगोली Rangoli for Lakshmi Poojan
दिवाली में लक्ष्मी पूजा की जगह पर प्रवेश द्वार और आंगन में रंगोली बनानी चाहिए आप विभिन्न रंगों से कमल, स्वास्तिक, कलश, फूलपत्ती आदि बना सकते है. यह मान्यता है कि माँ लक्ष्मी रंगोली से प्रभावित होती है रंगोली बनाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है.
कैसे करे लक्ष्मी गणेश का पूजन