प्रदोष व्रत पूजा विधि 2023 Pradosh Vrat Poja Vidhi
वैसाख शुक्ल प्रदोष शुभ मुहूर्त Pradosh Vrat May Month Date
- साल 2023 में वैसाख शुक्ल प्रदोष व्रत 3, मई बुधवार के दिन रखा जाएगा|
- बुध प्रदोष पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – सायंकाल 06:57 मिनट से रात्रि 09:06 मिनट तक|
- वैसाख, शुक्ल त्रयोदशी प्रारम्भ होगी – 2 मई रात्रि 11:17 मिनट पर|
- वैसाख, शुक्ल त्रयोदशी समाप्त होगी – 3 मई रात्रि 11:49 मिनट पर|
प्रदोष व्रत पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
बुध प्रदोष की सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करे इसके बाद पूजन स्थल की साफ-सफाई कर प्रदोष व्रत का संकल्प ले और मन ही मन शिव मंत्रो का जाप करते रहे. पूरा दिन निराहार व्रत करे. प्रदोष काल में पुनः स्वच्छ होकर भगवान शिव का गंगाजल मिले जल से अभिसेक कर उन्हें चन्दन का तिलक करे. बेल पत्र, अक्षत, फल-फूल, धूप-दीप, चंदन, सभी पूजन सामग्री अर्पित करे. भगवान शिव के साथ-साथ मां पार्वती की भी विधिवत पूजा करे. इसके बाद बुध प्रदोष व्रत कथा पढ़कर शिव चालीसा व आरती करे.
बुध प्रदोष उपाय Budh Pradosh Upay
शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत के दिन प्रदोष काल में भगवान शिव की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है. इस दिन भगवन शिव माता पार्वती के साथ देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष उपाय कारगर माने गए है. आइये जानते है बुध प्रदोष के दिन कौन से उपाय व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि लाते है.
- बुधवार का दिन गणपति जी को समर्पित है बुध प्रदोष के दिन सबसे पहले गणपति जी की पूजा करें। उन्हें लाल गुड़हल का फूल अर्पित करें और ‘ऊं गं गणपतये नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करें। मान्यता है की इस उपाय से धन से जुडी समस्याएं दूर होने लगती है.
- बुध प्रदोष के दिन प्रदोष काल में शिव मंदिर में जाएं और भगवान को एक तांबे के कलश में जल लेकर उसमें थोड़ा सा लाल चंदन डालकर अर्पित करें और ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का जाप करते रहे ऐसा करने से धन आगमन के रास्ते खुलते है।
- आज के दिन प्रदोष काल में आंवला मिश्रित जल से शिवजी का अभिषेक करने पर आरोग्य की प्राप्ति होती है.
- बुध प्रदोष के दिन हरी वस्तुओ का दान करने से मनोकामना जल्द ही पूरी होती है.