उत्पन्ना एकादशी व्रत विधि Utpanna Ekadashi Vrat Puja Vidhi
उत्पन्ना एकादशी व्रत तिथि शुभ मुहूर्त 2019 Utpanna Ekadashi Date Timing 2019
- साल 2019 में उत्पन्ना एकादशी का व्रत 22 नवंबर शुक्रवार के दिन रखा जायेगा|
- एकादशी तिथि शुरू होगी – 22 नवंबर प्रातःकाल 09:01 मिनट पर|
- एकादशी तिथि समाप्त होगी – 23 नवंबर प्रातःकाल 06:24 मिनट पर|
- एकादशी व्रत के पारण का शुभ मुहूर्त होगा – 23 नवंबर शाम 01:11 मिनट से 03:18 मिनट तक|
उत्पन्ना एकादशी व्रत विधि Utpanna Ekadashi Pooja Vidhi
उत्पन्ना एकादशी व्रत में भगवान विष्णु और देवी एकादशी की पूजा का विधान है। मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए. फिर अगले दिन उत्पन्ना एकादशी की सुबह उठकर स्नानादि के बाद व्रत का संकल्प ले. इसके बाद धूप, दीप, नैवेद्य आदि भगवान को अर्पित करे. इस दिन सारी रात भगवान का भजन- कीर्तन और जागरण करने से शुभ फलो की प्राप्ति होती है. अंत में विष्णु जी की आरती कर सभी में प्रसाद वितरण करना चाहिए. द्वादशी तिथि के दिन पूजा के बाद ब्राह्मणो को भोजन कराकर अपनी सामर्थ्य अनुसार दान दक्षिणा देकर सम्मान पूर्वक विदा करना चाहिए।
उत्पन्ना एकादशी व्रत का महत्व Utpanna Ekadashi Importance
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार जो भी लोग उत्पन्ना एकादशी का व्रत सच्ची श्रद्धा और पूरे विधि- विधान से करते है कहा जाता है की उन्हें सभी तीर्थों के बराबर का फल प्राप्त होता है. इस दिन व्रत और दान पुण्य करने से लाख गुना फलों की प्राप्ति होती है साथ ही उत्पन्ना एकादशी के दिन जो व्यक्ति निर्जल संकल्प लेकर व्रत रखते है, उन्हें मोक्ष व विष्णु धाम की प्राप्ति होती है। इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति के सभी दुखो का नाश होता है.
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उत्पन्ना एकादशी के दिन जरूर करे ये 3 काम Utpanna Ekadashi Do These Things
- शास्त्रों के अनुसार इस एकादशी के दिन किसी भी विष्णु मंदिर में जाकर विष्णु जी की प्रतिमा पर फूलो की माला अवश्य अर्पित करनी चाहिए.
- एकादशी के दिन सुहागन महिलाओं को भोजन कराकर सुहाग का सामान अर्पित करना शुभ होता है.
- भगवान विष्णु जी को तुलसी अधिक प्रिय है इसीलिए इस दिन विष्णु पूजा के साथ ही तुलसी पूजकर भगवान विष्णु जी को तुलसी अवश्य चढ़ाये.