खरमास तुलसी पूजन महत्व Kharmas Puja 2025
Kharmas 2025 Date Timeज्योतिष अनुसार खरमास एक ऐसा समय है जब सूर्य देव गुरु बृहस्पति की राशियों, धनु और मीन, में प्रवेश करते हैं और इस दौरान सभी शुभ और मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि वर्जित माने जाते हैं। शास्त्रों में खरमास का महीना शुभ नहीं माना गया है. हालाँकि खरमास में किये गए पूजा-पाठ और विषेशकर तुलसी पूजन से कई गुना अधिक फलो की प्राप्ति होती है खरमास साल में दो बार आता हैं. आइये जानते है 2025 दिसंबर में खरमास कब से लगेगा, कब समाप्त होगा और खरमास या मलमास के नियम क्या है|
खरमास कब से लगेगा 2025 Kharmas Starting Date Time 2025
- इस साल धनु संक्रांति 16 दिसंबर को पड़ रही है
- खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर से होकर 14 जनवरी 2026 को खरमास का समापन होगा।
- धनु संक्रान्ति पुण्य काल – प्रातःकाल 07:07 मिनट से दोपहर 12:17 मिनट
- धनु संक्रान्ति महा पुण्य काल – प्रातःकाल 07:07 मिनट से प्रातःकाल 08:50 मिनट
- धनु संक्रान्ति का क्षण – प्रातःकाल 04:27 मिनट
खरमास के नियम Kharmas Ke Niyam
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास के दौरान सूर्यदेव और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए|
- इस माह में पूजा-पाठ, मंत्र जाप, तीर्थ यात्रा, और भगवान की आराधना करना शुभ माना जाता है।
- खरमास में तुलसी को दीपदान, जल दान और धूपदान करना लाभकारी होता है|
- इस माह में रोजाना हल्दी और लाल चंदन डालकर सूर्यदेव को जल चढ़ाना शुभ होता है।
- खरमास में सगाई, शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, किसी भी नए काम की शुरुआत, निवेश, घर या गाड़ी खरीदना जैसे कार्य वर्जित माने जाते है|
- खरमास में जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना चाहिए।
- खरमास या मलमास में तामसिक चीजों से परहेज करना चाहिए|
- इस माह में तुलसी के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिये.