नवरात्रि चौथा दिन शुभ मुहूर्त Navratri Maa Kushmanda Puja Vidhi
चैत्र नवरात्रि चौथा दिन शुभ मुहूर्त 2025 Chaitra Navratri 2025 Muhurat
- चैत्र नवरात्रि 2025 चतुर्थी तिथि व चौथा नवरात्रि व्रत 1 अप्रैल मंगलवार को रखा जायेगा|
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – 1 अप्रैल प्रातःकाल 05:42 मिनट पर|
- चतुर्थी तिथि समाप्त – 2 अप्रैल प्रातःकाल 02:32 मिनट पर|
- पूजा का शुभ मुहूर्त – प्रातःकाल 11:10 मिनट से दोपहर 01:40 मिनट|
- इसी दिन चौथा नवरात्रि व्रत और विनायक चतुर्थी व्रत भी रखा जायेगा|
माँ कूष्माण्डा का स्वरुप Chaitra Navratri Maa Kushmanda Swaroop
देवी कूष्मांडा माँ का चौथा स्वरूप है. शास्त्रों के अनुसार मां कूष्मांडा को अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है. इनकी भुजाओं में बाण, चक्र, गदा, अमृत कलश, कमल और कमंडल शुशोभित हैं। वहीं यह अपनी भुजा में सिद्धियों और निधियों से युक्त माला धारण करती हैं। मां कूष्मांडा की सवारी सिंह है।
माँ कुष्मांडा प्रिय रंग, फूल व भोग Maa Kushmanda Swaroop
नवरात्रि के चौथे दिन मां कूष्मांडा को उनकी सभी प्रिय चीजे अर्पित करने से माँ जल्दी प्रसन्न होती है. माँ के इस रूप का पसंदीदा रंग लाल, प्रिय भोग मालपुए और प्रिय फूल कमल व गेंदा है आज के दिन माँ को ये सभी चीजे अर्पित करने से मनचाही इच्छा पूरी होती है.
माता कूष्मांडा पूजन विधि Chaitra Navratri Maa Kushmanda Pujan Vidhi
नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्माण्डा की पूजा से पहले सुबह उठकर स्नान के बाद देवी कूष्मांडा का ध्यान करे। हाथों में फूल लेकर देवी माँ को प्रणाम करे और व्रत व पूजन का संकल्प लें. प्रतिमा के सामने धुप दीप जलाकर गणेश जी और माँ कुष्मांडा का आह्वाहन करे. इसके बाद माता रानी को तिलक कर सभी पूजन सामग्री अर्पित करे और उनके प्रिय मालपुए और पेठे का भोग लगाए. अब व्रत कथा का पाठ कर ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥ मन्त्र का जाप करते हुए आरती करें।
मां कूष्मांडा के उपाय Chaitra Navratri Maa Kushmanda Upay
- शास्त्रों के अनुसार आज के दिन देवी को लाल वस्त्र, लाल पुष्प और लाल चूड़ी अर्पित करना शुभ होता है.
- नवरात्रि के चौथे दिन मां दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की विधीपूर्वक पूजा-अर्चना कर मां को नारियल, लाल फल और मालपुए का भोग लगाने के बाद घी का दीपक जला कर आरती करें.
- कार्यो में सफलता पाने के लिए आज के दिन माँ की पूजा में लौंग, कपूर और कोई भी पीला फूल मिलाकर माँ को आहुति दे.
- घर की सुख-शांति और समृद्धि बढ़ाने के लिये नवरात्री के चौथे दिन देवी के शांति मंत्र या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ का 21 बार जाप करना चाहिए.