मार्गशीर्ष अमावस्या शुभ मुहूर्त करे ये 5 काम Amavasya Date Time Muhurt
मार्गशीर्ष अमावस्या शुभ मुहूर्त व तिथि Margashirsha Amavasya Shubh Muhurt
- साल 2018 मार्गशीर्ष माह अमावस्या 7 दिसंबर शुक्रवार के दिन है.
- मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि 6 दिसंबर गुरुवार को 12 बजकर 12 मिनट से प्रारम्भ होगी.
- 7 दिसंबर शुक्रवार के दिन 12 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी.
मार्गशीर्ष अमावस्या पूजन विधि Margashirsha Amavasya Pujan Vidhi
इस दिन प्रातः काल उठकर किसी नदी या तालाब में स्नान या फिर घर पर ही स्नान कर व्रत रखे और व्रत का संकल्प ले. इसके बाद सूर्य को अर्घ्य देकर अपने पूर्वजों को याद करे. इसके बाद भगवान श्री सत्यनारायण जी की पूजा कर उनकी कथा और आरती करे. अमावस्या के व्रत में अपनी सामर्थ्य अनुसार दान अवश्य देना चाहिए. शाम के समय मंदिर में दीपक जलाकर भगवान सत्यनारायण और माता लक्ष्मी जी की पूजा करे.
मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व Margashirsha Amavasya Importance
शास्त्रों की माने तो मार्गशीर्ष अमावस्या का दिन पितरों की पूजा करने के लिए विशेष दिन माना गया है. इस दिन व्रत और पूजन करने से पितर प्रसन्नतो होते ही है साथ ही पितृ दोष भी दूर होता है.
इस दिन गंगा स्नान का भी बहुत महत्व मना जाता है.इसी महीने में भगवान श्रीकष्ण ने गीता का दिव्य ज्ञान दिया था जिसके कारण से इस माह में आने वाली अमावस्या तिथि को अत्यधिक लाभकारी और विशेष फल देने वाली माना जाता है.
अमावस्या के दिन करे ये काम Margashirsha Amavasya Do These work
- अमावश्या के दिन किसी शिवमंदिर में जाकर शिवलिंग में काले तिल और शहद मिला हुआ कच्चा दूध चढ़ाये ऐसा करने पर व्यक्ति को हर तरह की परेशानियों व सफलता के मार्ग में आने वाली बाधाओं से छुटकारा मिल सकता है.
- इस दिन भगवान् शिव को चावल की खीर और अक्षत चढ़ाना भी बेहद शुभ माना जाता है. इससे व्यक्ति को धन और वैभव की प्राप्ति होती है.
राशिअनुसार जाने साल 2018 का भविष्यफल
- अमावस्या के दिन भगवान् विष्णु जी के मंदिर में लाल पताका या झंडा लगाए कहा जाता है की ये पताका जितना अधिक फहरेगा उतना ही अधिक आपका भाग्य भी चमकेगा.
- अमावश्या के दिन शनि देव को तेल या फिर काली उरद की दाल चढ़ाये.
- पीपल के पेड़ में भगवानो का वास माना गया है इसीलिए इस दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलना भी बहुत ही लाभकारी होता है.