फाल्गुन पूर्णिमा सही तारीख 2025 Phalgun Purnima 2025

पूर्णिमा पूजा विधि Purnima Puja Vidhi 2025

 Phalgun Purnima 2025 Phalgun Purnima 2025 शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा की तिथि मां लक्ष्मी को बेहद प्रिय है पूर्णिमा के दिन शुभ मुहूर्त में स्नान-दान करने और लक्ष्मी पूजन से धन-धान्य में कई गुना अधिक वृद्धि होती है. फाल्गुन मास की पूर्णिमा को होलिका दहन और होली मनाई जाती है. पूर्णिमा के दिन व्रत रखकर चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण करना चाहिए इससे सौभाग्य में वृद्धि होती है. आइये जानते है साल 2025 में फाल्गुन पूर्णिमा कब है, पूजा व स्नान-दान का सही समय, पूजा विधि और इस दिन किये जाने वाले खास कार्य क्या है|

फाल्गुन पूर्णिमा शुभ मुहूर्त 2025 Phalgun Purnima 2025 Date

  1. साल 2025 में फाल्गुन पूर्णिमा का व्रत – 13 मार्च|
  2. स्नान दान की पूर्णिमा – 14 मार्च|
  3. पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – 13 मार्च प्रातःकाल 10:35 मिनट|
  4. पूर्णिमा तिथि समाप्त – 14 मार्च दोपहर 12:23 मिनट|
  5. ब्रह्म मुहूर्त – प्रातःकाल 04:55 मिनट प्रातःकाल 05:44 मिनट|
  6. अभिजित मुहूर्त – दोपहर 12:07 मिनट से दोपहर 12:54|
  7. लक्ष्मी पूजा निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:06 मिनट से 12:54 मिनट|
  8. चंद्रोदय का समय – 13 मार्च शाम 05:52 मिनट|

फाल्गुन पूर्णिमा विधि Phalgun Purnima Pooja Vidhi

फाल्गुन पूर्णिमा व्रत के दिन प्रातःकाल स्नान के बाद माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु जी की प्रतिमा को स्नान कराकर सभी पूजन सामग्री अर्पित करे और ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र व ऊँ महालक्ष्मयै नमः मंत्र का जाप करे. पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण व्रत कथा का पाठ करना चाहिए. इसके बाद पीली मिठाई, खीर का नैवेद्य अर्पित करे और आरती करें. रात्रि में चन्द्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करना चाहिए. फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन करने की भी परंपरा है.

फाल्गुन पूर्णिमा करना ना भूलें ये काम Phalgun Purnima Upay

  1. फाल्गुन पूर्णिमा के दिन शाम के समय घर की दक्षिण दिशा में चौमुखी दीपक जलाना चाहिए इससे पितृ प्रसन्न होते है.
  2. फाल्गुन पूर्णिमा के दिन कुछ रुपये पर हल्दी लगाकर मां लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें और फिर उसे अगले दिन अपने घर की तिजोरी में रख दें इस उपाय से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं.
  3. फाल्गुन पूर्णिमा पर निशितकाल में माँ लक्ष्मी के सामने 1 घी का दीपक जलाकर लक्ष्मी स्रोत का पाठ करने से आर्थिक लाभ होता है.
  4. पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के बाद चन्द्रमा को चीनी डालकर जल का अर्घ्य देने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है.
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