अश्विन प्रदोष व्रत पूजा विधि 2020 Pradosh Vrat Poja Vidhi
शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित हैं। यह प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है. इस बार यह व्रत अधिक मास में आने के कारण अधिक प्रदोष व्रत होगा साथ ही मंगलवार के दिन पड़ने के कारण यह भौम प्रदोष कहलायेगा. मान्यता है कि अधिक मास में इस व्रत का फल कहीं गुना अधिक बढ़ जाता है इस दिन भगवान शिव के साथ हनुमान जी की पूजा करने से मनोकामना पूर्ती होती है आज हम आपको साल 2020 अश्विन माह शुक्ल प्रदोष व्रत की शुभ तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, और इस दिन किये जाने वाले महाउपाय के बारे में बताएँगे.
भौम प्रदोष तिथि शुभ मुहूर्त Pradosh Vrat September Month Date
- साल 2020 में अधिक मास या सितम्बर मास का प्रदोष व्रत 29 सितम्बर मंगलवार के दिन रखा जाएगा| यह भौम प्रदोष व्रत होगा.
- त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ होगी – 28 सितम्बर सायंकाल 08:58 मिनट पर
- त्रयोदशी तिथि समाप्त होगी – 29 सितम्बर रात्रि 10:33 मिनट पर |
- प्रदोष काल पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – सायंकाल 06:09 मिनट से 08:34 मिनट तक|
- पूजा की कुल अवधि 02 घण्टे 25 मिनट्स की होगी|
भौम प्रदोष पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
त्रयोदशी तिथि के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करे और फिर पूजास्थल की सफाई कर एक चौकी पर भगवान् शिव की प्रतिमा स्थापित करे साथ में हनुमान जी की प्रतिमा भी रखे. अब व्रत का संकल्प लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर उन्हें सभी पूजन सामग्री जैसे-बेल पत्र, अक्षत , फूल, धूप , दीप, चंदन, फल, पान, सुपारी अर्पण करे और भगवन शिव को खीर का भोग लगाए इसके बाद भगवन शिव के मंत्र ओम नम: शिवाय का जाप करें और अंत में प्रदोष व्रत कथा आरती व चालीसा का पाठ कर सभी में प्रसाद वितरण कर चतुर्दशी को सुबह पारण कर व्रत पूर्ण करें। आज के दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करे इससे भगवन शिव के साथ साथ हनुमान जी का आशीर्वाद भी आपको प्राप्त होता है.
भौम प्रदोष व्रत उपाय mangal Pradosh Upay
शास्त्रों के अनुसार जब मंगलवार के दिन प्रदोष तिथि पड़ती है तो यह मंगल प्रदोष या भौम प्रदोष होता है, क्योकि मंगल ग्रह का एक नाम भौम भी है कहा जाता है की यह व्रत हर तरह के कर्ज से छुटकारा दिलाने वाला होता है. आइये जानते है भौम प्रदोष के दिन किये जाने वाले उपाय क्या है.
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- मंगल प्रदोष के दिन हनुमान जी के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाकर उनकी प्रतिमा पर फूलों का हार चढ़ाएं इससे आपको हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है.
- अधिक मास में मंगल प्रदोष के शुभ योग में हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं और उनके समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाये इस उपाय से व्यक्ति की सभी मनोकामआए पूरी होती है और उसे हर तरह के कर्ज से छुटकारा मिलता है.
- भौम प्रदोष के दिन व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करने से मंगल ग्रह के कारण मिलने वाले अशुभ प्रभाव से छुटकारा मिलता है.
- मंगल प्रदोष पर शाम के समय हनुमान चालीसा का पाठ जल्द ही आर्थिक संकटो से छुटकारा दिलाता है.