वरुथिनी एकादशी व्रत Varuthini Ekadashi Importance 2023
वरुथिनी एकादशी शुभ मुहूर्त 2023 Varuthini Ekadashi Date time 2023
- साल 2023 में बैसाख मास के कृष्ण पक्ष की वरुथिनी एकादशी का व्रत 16 अप्रैल रविवार को रखा जायेगा|
- एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी – 15 अप्रैल रात्रि 08:45 मिनट पर|
- एकादशी तिथि समाप्त होगी – 16 अप्रैल सायंकाल 06:14 मिनट पर|
- व्रत के पारण का समय होगा – 17 अप्रैल प्रातःकाल 05:54 मिनट से 08:29 मिनट तक|
वरुथिनी एकादशी पूजा विधि Varuthini Ekadashi Puja Vidhi
एकादशी व्रत के दिन व्रती को प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए और फिर पूजास्थल को गंगाजल से पवित्र कर धूप- दीप करना चाहिए. इसके बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं और भगवान विष्णु जी के वराह अवतार का ध्यान करते हुए उन्हें तिलक, पुष्प, पीले फल, पंचामृत व तुलसी दल अर्पित करें. इसके बाद एकादशी व्रत कथा और विष्णु मंत्रो का जाप व आरती करे. इस तरह विधि विधान से पूजा के बाद अगले दिन व्रत का पारण करना चाहिए.
वरुथिनी एकादशी नियम Varuthini Ekadashi Vrat Niyam
- धार्मिक मान्यता अनुसार एकादशी व्रत के नियम तीन दिन के होते है व्रती को तीनो ही दिन इन नियमो का पालन करते हुए सात्विक भोजन करना चाहिए.
- एकादशी व्रत फलाहार करने की मान्यता है संभव हो तो व्रत फलाहार करे.
- इस दिन तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
- एकादशी के दिन तुलसी की पत्तिया नहीं तोड़नी चाहिए.
इसे भी पढ़े – जानें अपना वार्षिक राशिफल 2023.
- एकादशी व्रत में चावलों का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
- मान्यता है की इस व्रत में कांसे के बर्तन में भोजन नहीं करना चाहिए.
- इस दिन बाल, नाखून या दाढ़ी मूछ नहीं बनवानी चाहिए.
वरुथिनी एकादशी व्रत उपाय Varuthini Ekadashi Upay
- वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर अभिषेक करने के बाद थोड़ा जल बचाकर पूजा के बाद अपने और घर के सदस्यों के ऊपर छिड़क दें। इससे जीवन में आई हर परेशानी से छुटकारा मिलता है.
- सुख-समृद्धि और सौभाग्य के लिए वरुथिनी एकादशी पर तुलसी मां को जल अर्पित करें और जड़ के पास की गीली मिट्टी उठाकर सभी सदस्यों के माथे पर टिका करना शुभ होता है.
- हर तरह के कष्ट से छुटकारा पाने के लिए भगवान विष्णु को पीले फलों के साथ पीली मिठाई से भोग लगाना चाहिए.
- घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें।
- भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है. वरुथिनी एकादशी के दिन विष्णु भगवान को तुलसी की माला अर्पित करें. इससे भगवान प्रसन्न होकर आपकी सभी मनोकामना पूरी करते है.