संकष्टी चतुर्थी पूजन विधि Sankashti Chaturthi Puja Vidhi
विभुवन संकष्टी चतुर्थी व्रत तिथि 2023 Sankashti Chaturthi Date Time 2023
- साल 2023 विभुवन संकष्टी चतुर्थी व्रत 4 अगस्त शुक्रवार के दिन रखा जाएगा|
- चतुर्थी तिथि शुरू होगी – 4 अगस्त शुक्रवार दोपहर 12:45 मिनट पर|
- चतुर्थी तिथि समाप्त होगी – 5 अगस्त प्रातःकाल 09:39 मिनट पर|
- चन्द्रोदय का समय होगा – 9 अप्रैल रात्रि 09:20 मिनट |
विभुवन संकष्टी चतुर्थी पूजन विधि Sankashti Chaturthi Pooja Vidhi 2023
चतुर्थी के दिन प्रात: जल्दी उठकर स्नान करे और व्रत का संकल्प ले. अब पूजास्थल को शुद्ध कर साफ़ चौकी पर लाल, पीला या हरा वस्त्र बिछाकर भगवान गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करे. प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराये तिलक लगाए. अब अक्षत, पुष्प, जनेऊ, दूब, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, दुर्वा और मिठाई अर्पित कर मोदक या लड्डूओं का भोग लगाएं। पूजा के दौरान ऊं गं गणपते नम: मंत्र का जाप करें। इसके बाद व्रत कथा पढ़ें या सुनें। रात्रि में चन्द्रमा की पूजा कर व्रत संपन्न करे. सावन अधिकमास की चतुर्थी के दिन भगवन विष्णु और भगवन शिव की पूजा से मनोकामना पूरी होती है.
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विभुवन संकष्टी चतुर्थी उपाय Sankashti Chaturthi Upay
- वैसे तो साल के प्रत्येक माह में संकष्टी पड़ती है लेकिन अधिकमास की संकष्टी के दिन व्रत रखना श्रेष्ठ माना जाता है इस दिन व्रत उपवास कर गणेश जी के साथ ही भगवन विष्णु जी की पूजा से अधिक शुभ फलो की प्राप्ति होती है.
- इस दिन गणेश जी की पूजा में उन्हें सिंदूर, दूर्वा व मोदक अर्पित करें इससे मनोकामना पूरी होती है.
- पूजा के समय गणेश जी के सामने घी का दीपक जलाये और व्रत कथा सुनें.
- विभुवन संकष्टी के दिन गणेश जी को शमी पत्र चढाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं।