विभुवन संकष्टी चतुर्थी 2023 Sankashti Chaturthi 2023 Date August

संकष्टी चतुर्थी पूजन विधि Sankashti Chaturthi Puja Vidhi

Sankashti Chaturthi 2023 Date AugustSankashti Chaturthi 2023 Date August पंचांग के अनुसार हर 3 साल में एक बार अधिकमास आता है. इस बार 19 साल बाद सावन में अधिकमास का संयोग बना है. अधिकमास या मलमास 18 जुलाई 2023 से लेकर 16 अगस्त 2023 तक रहेगा. सावन अधिकमास के कृष्ण पक्ष में आने वाली संकष्टी चतुर्थी विभुवन संकष्टी चतुर्थी कहलाती है इस दिन विघ्नहर्ता गणेश जी का पूजन किया जाता है और रात्रि में चन्द्रमा को अर्घ्य देकर व्रत संपन्न होता है आइये जानते है साल 2023 में विभुवन संकष्टी चतुर्थी व्रत कब है, पूजा मुहूर्त, चंद्रोदय समय, पूजा विधि और इस दिन किये जाने वाले उपाय क्या है.

विभुवन संकष्टी चतुर्थी व्रत तिथि 2023 Sankashti Chaturthi Date Time 2023

  1. साल 2023 विभुवन संकष्टी चतुर्थी व्रत 4 अगस्त शुक्रवार के दिन रखा जाएगा|
  2. चतुर्थी तिथि शुरू होगी – 4 अगस्त शुक्रवार दोपहर 12:45 मिनट पर|
  3. चतुर्थी तिथि समाप्त होगी – 5 अगस्त प्रातःकाल 09:39 मिनट पर|
  4. चन्द्रोदय का समय होगा – 9 अप्रैल रात्रि 09:20 मिनट |

विभुवन संकष्टी चतुर्थी पूजन विधि Sankashti Chaturthi Pooja Vidhi 2023

चतुर्थी के दिन प्रात: जल्दी उठकर स्नान करे और व्रत का संकल्प ले. अब पूजास्थल को शुद्ध कर साफ़ चौकी पर लाल, पीला या हरा वस्त्र बिछाकर भगवान गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करे. प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराये तिलक लगाए. अब अक्षत, पुष्प, जनेऊ, दूब, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, दुर्वा और मिठाई अर्पित कर मोदक या लड्डूओं का भोग लगाएं। पूजा के दौरान ऊं गं गणपते नम: मंत्र का जाप करें। इसके बाद व्रत कथा पढ़ें या सुनें। रात्रि में चन्द्रमा की पूजा कर व्रत संपन्न करे. सावन अधिकमास की चतुर्थी के दिन भगवन विष्णु और भगवन शिव की पूजा से मनोकामना पूरी होती है.

इसे भी पढ़े – जानें अपना वार्षिक राशिफल 2023.

विभुवन संकष्टी चतुर्थी उपाय Sankashti Chaturthi Upay

  1. वैसे तो साल के प्रत्येक माह में संकष्टी पड़ती है लेकिन अधिकमास की संकष्टी के दिन व्रत रखना श्रेष्ठ माना जाता है इस दिन व्रत उपवास कर गणेश जी के साथ ही भगवन विष्णु जी की पूजा से अधिक शुभ फलो की प्राप्ति होती है.
  2. इस दिन गणेश जी की पूजा में उन्हें सिंदूर, दूर्वा व मोदक अर्पित करें इससे मनोकामना पूरी होती है.
  3. पूजा के समय गणेश जी के सामने घी का दीपक जलाये और व्रत कथा सुनें.
  4. विभुवन संकष्टी के दिन गणेश जी को शमी पत्र चढाने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं।
error: