चंद्रग्रहण 2023 सही तारीख सूतक का समय Lunar Eclipse 2023 Date

चंद्रग्रहण क्या करे क्या ना करे Moon Eclipse October 2023 

Lunar Eclipse 2023 DateLunar Eclipse 2023 Date सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनों ही महत्वपूर्ण खगोलीय घटना मानी जाती है ज्योतिष अनुसार ग्रहण से संबंधित सावधानियां, नियम व सूतक का खास महत्व होता है इसीलिए इनका पालन करना चाहिए. अक्टूबर के महीने में साल का दूसरा और अंतिम चंद्रग्रहण लगने वाला है.जो की भारत में भी दिखाई देगा. इससे पूर्व 14 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण पड़ा था और 15 दिन के अंदर ही ये दूसरा ग्रहण पड़ने जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो 15 दिन के भीतर दो ग्रहण होना शुभ नहीं होता. आइये जानते है अक्टूबर माह में लगने जा रहे साल के अंतिम चंद्रग्रहण की सही तारीख, सूतक काल का समय, भारत में ग्रहण का समय और इस दौरान क्या करे क्या न करे|

चंद्रग्रहण तिथि व समय Lunar Eclipse 2023

  1. ज्योतिष अनुसार साल का दूसरा और अंतिम चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर की मध्यरात्रि में लगेगा.
  2. भारतीय समानुसार यह ग्रहण 28 अक्टूबर 2023 शनिवार की मध्यरात्रि में रात 01 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगा और 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। भारत में इस ग्रहण की कुल अवधि 1 घंटे 16 मिनट की होगी। यह आखिरी चंद्र ग्रहण शरद पूर्णिमा के दिन लगेगा.

चंद्रग्रहण के सूतक का समय Lunar Eclipse 2023

  1. चंद्रग्रहण का सूतक काल करीब 9 घंटे पहले शुरू होता है.
  2. 28 अक्तूबर को लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य रहेगा.
  3. ग्रहण का सूतककाल 28 अक्टूबर की शाम 4:05 मिनट से शुरू हो जाएगा.

चंद्रग्रहण कहाँ-कहाँ दिखाई देगा Lunar Eclipse 2023

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत के साथ-साथ नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, मंगोलिया, चीन, ईरान, रूस, कजाकिस्तान, सऊदी अरब, सूडान, इराक, तुर्की, अल्जीरिया, जर्मनी, पोलैंड, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, इटली, यूक्रेन, फ्रांस, नॉर्वे, ब्रिटेन, स्पेन, स्वीडन, मलेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान और इंडोनेशिया में भी देखा जाएगा।

चंद्रग्रहण क्या करे क्या न करे Chandra grahan Do Not These Things

  1. धार्मिक मान्यता अनुसार ग्रहण के सूतक काल लगने से पहले मंदिरो के कपाट बंद हो जाते है क्योकि ग्रहण के दौरान कोई भी धार्मिक कार्य या मूर्ति पूजा नहीं की जाती है.
  2. ग्रहण काल में सोना वर्जित माना जाता है.
  3. ग्रहण के सूतक काल लगने के बाद घर में भोजन पकाने और ग्रहण करने की मनाही होती है हालाँकि शास्त्रों में बीमार, बूढ़े और बच्चो को इसकी कोई मनाही नहीं है.
  4. ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारातमक शक्तिया प्रभावी रहती है इसीलिए गर्भवती महिलाओं को घर पर ही रहना चाहिए.
  5. प्राचीन मान्यता अनुसार ग्रहण लगने से पहले ही खाने पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता या कुशा डालकर रखनी चाहिए इससे खाने-पीने की चीजों में ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता.
  6. ग्रहण के दौरान अपने इष्ट देव का ध्यान और जाप करते रहना चाहिए.
  7. ग्रहण समाप्त होने के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिडकाव करना चाहिए.
  8. ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए ग्रहण समाप्त होने पर दान आदि करना चाहिए.
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