खरमास क्या करे क्या न करें Kharmas 2025
Malmas Kya Kare Kya Na Kare खरमास एक ऐसी अवधी होती है जिसमे शुभ कार्य वर्जित होते है. ज्योतिष अनुसार सूर्यदेव के धनु और मीन राशि में प्रवेश करने पर खरमास लगता है। खरमास साल में दो बार लगता है जिसकी अवधि 30 दिनों की होती हैं। शास्त्रों में शुभ व मांगलिक कार्य करने के लिए मुहूर्त निकाले जाते हैं. कहा जाता है की ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थितियों के अनुसार सही समय पर किए गए काम शुभ फल देते हैं. दिसंबर में खरमास शुरू होने जा रहा है. आइये जानते है 2025 दिसंबर में खरमास कब से कब तक रहेगा और इस माह में क्या करे क्या न करे|
खरमास या मलमास कब से कब तक Malmas starting date 2025
- हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल धनु संक्रांति 16 दिसंबर को पड़ रही है
- खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर से होकर 14 जनवरी 2026 को खरमास का समापन होगा।
- धनु संक्रान्ति पुण्य काल – प्रातःकाल 07:07 मिनट से दोपहर 12:17 मिनट
- धनु संक्रान्ति महा पुण्य काल – प्रातःकाल 07:07 मिनट से प्रातःकाल 08:50 मिनट
- धनु संक्रान्ति का क्षण – प्रातःकाल 04:27 मिनट
खरमास में क्या करे क्या न करें Kharmas Kya Kare Kya Na Kare
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार खरमास के दौरान सूर्यदेव, भगवान विष्णु की पूजा और खरमास के दौरान सूर्य को नियमित रूप से जल देना चाहिए|
- खरमास में सूर्य देव और भगवान विष्णु के मंत्रों का जप करना चाहिए।
- शास्त्रों के अनुसार खरमास में सगाई, शादी-विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, किसी भी नए काम की शुरुआत, निवेश, घर या गाड़ी खरीदना जैसे कार्य वर्जित माने जाते है|
- खरमास की अवधि में जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना चाहिए।
- इस माह में ब्राह्मण, गुरु, गाय की सेवा करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है|
- इस मास में श्रीमद्भागवत गीता, श्रीराम कथा वाचन, विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ और ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मन्त्र का प्रतिदिन 108 बार जप करना चाहिए।
- खरमास या मलमास में तामसिक चीजों से परहेज करना चाहिए|
- खरमास के पूरे महीने में तुलसी की पूजा करनी चाहिए|
- इस दौरान पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।







