छठ पूजा 2025 शुभ मुहूर्त Chhath Puja 2025 Date Time Muhurat

छठ पूजा 2025 पूजा विधि Chhath Pujan Vidhi

Chhath Puja 2025 Chhath Puja 2025  कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ पर्व मनाया जाता है. इसे सूर्य षष्ठी भी कहते है। पंचांग के अनुसार कार्तिक छठ दीपावली के 6 दिन बाद आता है। जो 4 दिनों तक चलता है विशेषकर यह पर्व सूर्य देव और उनकी बहन छठी मैया को समर्पित है छठ पूजा के दिन सूर्य देव और छठी मैया की पूजा कर उन्हें अर्घ्य देने का विधान है। आइये जानते है साल 2025 में छठ पर्व की सही तिथि, पूजा व अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त और इसकी पूजा विधि क्या है|

छठ पूजा तिथि व शुभ मुहूर्त 2025 Chhath Puja Tithi Shubh Muhurat  

  1. साल 2025 में छठ पर्व 27 अक्टूबर सोमवार के दिन मनाया जाएगा|
  2. षष्ठी तिथि प्रारम्भ – 27 अक्टूबर प्रातःकाल 06:04 मिनट पर|
  3. षष्ठी तिथि समाप्त – 28 अक्टूबर प्रातःकाल 07:59 मिनट पर|
  4. नहाय खाय तिथि – 25 अक्टूबर |
  5. खरना तिथि – 26 अक्टूबर |
  6. संध्या अर्घ्य – 27 अक्टूबर शाम 05:40 मिनट |
  7. उगते सूर्य को अर्घ्य और व्रत का पारण – 28 अक्टूबर प्रातःकाल 06:30 मिनट |

पहला दिन नहाय खाय First day of Chhath Puja

छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय से होती है. इस दिन स्नान के बाद घर की साफ-सफाई के बाद सात्विक भोजन ग्रहण किया जाता है.

दूसरा दिन खरना Second Day of Chhath Puja

छठ पूजा का दूसरा महत्वपूर्ण दिन खरना होता है. यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि होती है. इस दिन से ही निर्जल व्रत की शुरुवात होती है. यानि की इस दिन व्रत रखने वाला व्यक्ति अन्न-जल ग्रहण नहीं करता। इस दिन संध्याकाल के समय छठी मईया का प्रसाद बनाया जाता है.

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तीसरा दिन संध्या अर्घ्य Third Day of Chhath Puja

छठ पूजा के तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. अर्घ्य देने के लिए बाँस की टोकरी में फल, ठेकुआ, चावल से बने लड्डू आदि चीजों से सूप सजाया जाता है और व्रत करने वाला व्यक्ति अपने परिवार के साथ सांध्यकाल के समय सूर्य भगवान को अर्घ्य देता है. सूर्य देव को जल और दूध का अर्घ्य देने के बाद सजाये गए सूप से छठी मैया की पूजा की जाती है। सूर्य उपासना के बाद छठी मैय्या के गीत गाकर व्रत कथा सुनी जाती है।

चौथा दिन उषा काल अर्घ्य Fourth Day of Chhath Puja

छठ पर्व के अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्घ्य और पारण किया जाता है. चौथे दिन यानि सप्तमी तिथि को प्रातःकाल सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद छठ मैय्या से परिवार की सुख समृद्धि की कामना की जाती है.

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