नवरात्रि दूसरा दिन शुभ मुहूर्त Navratri Kalsh Sthapana Puja Vidhi
चैत्र नवरात्री दूसरा दिन शुभ तिथि 2022 Chaitra Navratri 2022 Muhurat
- साल 2022 में चैत्र नवरात्रि का दूसरा नवरात्रि व्रत 3 अप्रैल रविवार को है.
- इस दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी. चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन द्वितीया तिथि के दिन सिंधारा दूज भी मनाई जाती है।
देवी ब्रह्मचारिणी स्वरुप Goddess Brahmcharini Swaroop
पौराणिक कथाओ के अनुसार देवी ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली| माता का यह रूप ज्योर्तिमय है। देवी ब्रह्मचारिणी ने शिवजी को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हजारों सालों तक निर्जल निराहार रहकर तपस्या की। जिस कारण उनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा। इनके दाहिने हाथ मे जप की माला बांए हाथ मे कमंडल रहता है। शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मचारिणी को ब्रह्म का स्वरूप मानते है। देवी का यह रूप भक्तो को मनवांछित फल देने वाला है.
माता ब्रह्मचारिणी पूजन विधि Goddess Brahmcharini Pooja Vidhi
नवरात्रि के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है इस दिन प्रातःकाल जल्दी स्नान के बाद माँ का गंगाजल मिले जल से अभिषेक करे इसके बाद सभी देवी देवताओ का आह्वाहन करे अब धूप दीप जलाकर माँ को उनके प्रिय सफ़ेद फूल, अक्षत, रोली, चंदन, पान, सुपारी और फल व मेवे अर्पित करे. आज के दिन माता रानी को शक्कर का भोग लगाएं। अब माँ के मन्त्र ओम देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः का जाप कर व्रत कथा का पाठ और दुर्गा चालीसा का पाठ करें इसके बाद आरती कर ले.
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दूसरा नवरात्रि रंग व भोग Second Navratri Color Bhog
नवरात्रि के दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा में नारंगी और हरे रंग के वस्त्रो का प्रयोग विशेष लाभकारी होता है इसीलिए इस दिन इन रंगो के वस्त्र पहनकर माँ की आराधना करे. दूसरे नवरात्रि व्रत के दिन मां को शक्कर का भोग लगाए इससे माँ जल्दी प्रसन्न होती हैं।
नवरात्रि दूसरा दिन उपाय Navratri Dusra Din Upay
नवरात्रि के दूसरे दिन उपाय के रूप में आपको दूध से बनी मिठाई या खीर बनाकर कन्याओ को प्रसाद स्वरुप वितरण करना चाहिए. इस दिन माता ब्रह्मचारिणी के मंत्रो का 1 रुद्राक्ष, स्फटिक या कमलगट्टे की माला से जाप करे इस उपाय से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.