विनायक चतुर्थी पूजा विधि Vinayak Vrat Pooja Vidhi
विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त 2020 Vinayak Chaturthi 2020
- साल 2020 में चैत्र शुक्ल विनायक चतुर्थी का व्रत 28 मार्च शनिवार के दिन रखा जाएगा|
- चतुर्थी तिथि प्रारम्भ होगी 27 मार्च सायंकाल 10:12 मिनट पर|
- चतुर्थी तिथि समाप्त होगी 29 मार्च प्रातःकाल 12:17 मिनट तक|
विनायक चतुर्थी व्रत पूजा विधि Vinayak nkashti Chaturthi Vrat Puja Vidhi
विनायक चतुर्थी की पूजा मुख्य तौर पर दोपहर में की जाती है। शास्त्रों के अनुसार आज के दिन सूर्योदय से पहले उठकर लाल वस्त्र धारण कर दोपहर के समय पूजास्थल पर भगवन गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर ले अब व्रत का संकल्प लेकर गणपति जी को अक्षत्, रोली, फॉलो की माला , धूप, वस्त्र आदि से सुशोभित करें। इसके बाद उन्हें अतिप्रिय 21 दूर्वा अर्पित करे और उनके पसंदीदा लडूओं व मोदकों का भोग उन्हें लगाए. श्री गणेश जी को दूर्वा अर्पित करते समय ओम गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप करें और व्रत कथा पढ़े इसके बाद घी का दीपक जलाकर श्रद्धा भाव से आरती करें। अंत में सभी लोगो को प्रसाद वितरित कर पूजा संपन्न करे.
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विनायक चतुर्थी उपाय Vinayak Chaturthi Mahaupay
गणेश जी को सभी देवो में प्रथम पूज्य माना गया है कहते है की यदि उनकी आराधना और उपाय सच्चे मन से पूरे किये जाय तो वे व्यक्ति को भगवान् गणेश जी के आशीर्वाद से रिद्धि सिद्धि और मनोकामना का वरदान मिलता है तो आइये जानते है विनायक चतुर्थी के दिन किये जाने वाले ये उपाय क्या है.
- मान्यता है की यदि गणेश विनायक चतुर्थी के दिन सुबह स्नान के बाद भगवान गणेश जी को दूर्वा की माला बनाकर अर्पित की जाय और उन्हें गुड़ का भोग लगाया जाय तथा साथ ही “वक्रतुण्डाय हुं” मंत्र का जाप किया जाय तो इससे व्यक्ति का रूका हुआ धन जल्द ही वापसआ जाता है.
- यदि विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी की आराधना कर घी और गुड़ गाय को खिलाया जाय या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान किया जाय तो इससे धनलाभ और धन सम्बन्धी समस्याएं दूर हो जाती है.
- विनायक चतुर्थी के दिन सुबह के समय पीले वस्त्र धारण कर भगवान गणेश के समक्ष बैठकर उनके समख घी का चौमुखी दीपक जलाने से सभी संकट दूर हो जाते है.
- भगवान गणपति जी ज्ञान और बुद्धि के देवता हैं इसीलिए यदि आज के दिन भगवान गणपति को 5 मोदक और 5 लाल गुलाब के फूल साथ ही पांच हरी दूर्वा अर्पण की जाय तो इससे ज्ञान और बुद्धि का वरदान मिलता है.