सावन 2023 कब से शुरू है Sawan Start Date 2023
गंगाजल
श्रावण मास में गंगाजल से भगवान शिव या शिवलिंग का जलाभिषेक करना बहुत ही शुभ मना जाता है सावन माह में गंगाजल से शिवजी का अभिषेक करने पर उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसे में सावन के विशेष महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने और शिव कृपा पाने के लिए गंगाजल लाकर घर के मंदिर में रखे रोजाना इससे भगवान शिव का अभिषेक करे.
एक लोटे में जल
शास्त्रों के अनुसार सावन के पवित्र माह में एक तांबे के लोटे में जल भर कर घर के मंदिर में जरूर रखें। रोजाना इस पानी को बदलते रहें। पूजा के बाद इस पानी को घर के सभी सदस्यों को प्रसाद स्वरुप ग्रहण करना चाहिए इससे महादेव की कृपा प्राप्त होती है.
चंदन
चंदन भगवान शिव को अति प्रिय है। भगवान् शिव की पूजा में चन्दन का तिलक करना शुभ होता है मान्यता है की सावन माह में घर के मंदिर में चंदन जरूर रखें। इससे भोलेनाथ और परिवार के सदस्यों का तिलक करने पर शीतलता की प्राप्ति होती है और इसकी खुशबू से पूरे घर का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है.
अक्षत
अक्षत यानि चावल के दाने सम्पन्नता का प्रतीक माने जाते हैं। माथे पर तिलक लगाते समय अक्षत के दाने जरूर लगाने चाहिए. ये शुभ होता है शास्त्रों के अनुसार भोलेनाथ को साबूत अक्षत अर्पित करने से मनोकामना जल्द पूरी होती है ऐसे में सावन माह में घर के मंदिर में अक्षत् के दाने रखे और इन्हे महादेव को अर्पित करे.
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शंख
पौराणिक कथाओ के अनुसार सावन के महीने में समुद्र मंथन के दौरान जो 14 बहुमूल्य रत्न निकले उनमे से एक पांचजन्य शंख भी था जिसे भगवान विष्णु ने अपने पास रखा सावन माह में प्राप्त होने के कारण इसे सावन में घर लाकर घर के पूजास्थल पर रखना शुभ माना जाता है.