मोक्षदा एकादशी 2022 पूजा विधि Mokshada Ekadashi 2022
मोक्षदा एकादशी तिथि व शुभ मुहूर्त 2022 Mokshada Ekadashi Date Time 2022
- साल 2022 में मोक्षदा एकादशी का व्रत 14 दिसंबर मंगलवार के दिन है|
- एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी – 13, दिसम्बर रात्रि 09:32 मिनट पर|
- एकादशी तिथि समाप्त – 14, दिसम्बर रात्रि 11:35 मिनट पर|
- एकादशी व्रत के पारण का शुभ मुहूर्त होगा – 15 दिसंबर प्रातःकाल 07:06 मिनट से प्रातःकाल 09:10 मिनट तक |
मोक्षदा एकादशी पूजा विधि Mokshada Ekadashi Vrat puja Vidhi
Mokshada Ekadashi 2022 एकादशी के दिन प्रातः काल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प ले और फिर घर व पूजास्थल को स्वच्छ कर पूरे घर व पूजास्थल में गंगाजल का छिड़काव करे. भगवान विष्णु जी की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराकर उन्हें पीले वस्त्र अर्पित करें अब प्रतिमा के सामने धुप दीप जलाये इसके बाद रोली चन्दन व अक्षत से उनका तिलक कर पीले फूलों से उनका श्रृंगार करें। इसके बाद भगवान विष्णु को तुलसी पत्र, फल और मेवे का भोग लगाएं। अंत में व्रत कथा पढ़कर भगवान गणपति और फिर श्रीहरि माँ लक्ष्मी जी की आरती करें।
मोक्षदा एकादशी पूजा उपाय Mokshada Ekadashi Upay
- कहा जाता है की मोक्षदा एकादशी के दिन किये उपायों से व्यक्ति की मनोकामना पूरी होती है.
- मोक्षदा एकादशी पर भगवान् विष्णु जी को तुलसी के पत्ते भोग लगाए इससे भगवान् विष्णु जल्द ही प्रसन्न होते है.
- इस दिन भगवान् विष्णु जी की पूजा के समय उन्हें पीले फूल जरूर अर्पित करने चाहिए क्योकि पीला रंग श्री हरी जी को काफी प्रिय है.
- मोक्षदा एकादशी के दिन पीली चीजों का दान करना भी बहुत ही शुभ होता है.
- भगवान् विष्णु जी को तुलसी अति प्रिय है इसीलिए आज के दिन तुलसी पूजा जरूर करनी चाहिए और शाम के समय तुलसी के पास दीपक जरूर जलाना चाहिए इससे माँ लक्ष्मी और भगवन विष्णु प्रसन्न होकर आपकी हर मनोकामना को पूरा करते है.
- मोक्षदा एकादशी के दिन शाम को तुलसी के सामने गाय के घी का दीपक जलाएं और तुलसी के पौधे की 11 बार परिक्रमा करें। इससे घर में सुख और शांति बरकरार रहती है।