प्रदोष व्रत पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
मार्गशीर्ष शुक्ल प्रदोष शुभ मुहूर्त 2025 Pradosh Vrat December Month Date
- साल 2025 मार्गशीर्ष माह का शुक्ल प्रदोष व्रत 2 दिसम्बर मंगलवार को रखा जाएगा|
- यह भौम प्रदोष होगा|
- प्रदोष काल पूजा का शुभ मुहूर्त – सायंकाल 05:24 मिनट से लेकर 08:07 मिनट|
- त्रयोदशी तिथि आरम्भ – 2 दिसम्बर सायंकाल 03:57 मिनट|
- त्रयोदशी तिथि समाप्त – 3 दिसम्बर दोपहर 12:25 मिनट|
प्रदोष व्रत पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत के दिन प्रातःकाल स्नान के बाद व्रत का संकल्प कर उपवास करे. प्रदोष काल में पुनः स्वच्छ होकर शुभ मुहूर्त में भगवन शिव की विधिवत पूजा करें. गाय के दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करें. शिवलिंग पर श्वेत चंदन लगाकर बेलपत्र, मदार, पुष्प, चढ़ाए, व्रत कथा पढ़े और आरती करें. इस दिन महादेव के साथ माता पार्वती का भी पूजन करना चाहिए.
मार्गशीर्ष भौम प्रदोष महाउपाय Pradosh Vrat Mahaupay
- भौम प्रदोष के दिन भगवान शिव, माता पार्वती के साथ हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए.
- इस दिन शिवलिंग का जलाभिषेक कर शिव मंत्रों का जाप और 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ होता है.
- भौम प्रदोष के दिन प्रदोष काल में भगवान शिव को धतूरा, बेलपत्र, पान और शमी के पत्ते अर्पित कर शिव चालीसा का पाठ करने पर मनोकामना पूरी होती है.