प्रदोष व्रत पूजा विधि 2022 Pradosh Vrat Poja Vidhi
चैत्र कृष्ण प्रदोष तिथि शुभ मुहूर्त Pradosh Vrat March Month Date
- साल 2022 में चैत्र कृष्ण प्रदोष व्रत 29, मार्च मंगलवार को रखा जाएगा.
- प्रदोष व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त होगा – सायंकाल 06:37 मिनट से रात्रि 08:57 मिनट तक|
- चैत्र, कृष्ण त्रयोदशी प्रारम्भ होगी – 29 मार्च दोपहर 02:38 मिनट पर|
- चैत्र, कृष्ण त्रयोदशी समाप्त होगी – 30 मार्च दोपहर 01:19 मिनट पर|
भौम प्रदोष पूजा विधि Pradosh Vrat Puja Vidhi
29 मार्च का भौम प्रदोष व्रत साध्य, शुभ एवं द्विपुष्कर योग में आ रहा है. ये तीनों योग मांगलिक कार्यों की दृष्टि से शुभ माने जाते हैं. इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद व्रत का संकल्प ले और भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा करे. प्रदोष काल में भगवान शिव का गंगाजल मिले जल से अभिसेक कर उन्हें बेल पत्र, अक्षत, फूल, धूप दीप, चंदन, फल, पान, सुपारी सभी पूजन सामग्री अर्पित करे और मां पार्वती को श्रृंगार सामग्री चढ़ाये. अंत में प्रदोष व्रत कथा पढ़कर आरती कर ले. भौम प्रदोष के दिन शिव जी के साथ हनुमान जी की भी पूजा जरूर करे.
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भौम प्रदोष व्रत का महत्व Bhaum Pradosh Importance
Chaitra Krishna Pradosh 2022 Date मंगलवार का दिन हनुमान जी की उपासना का दिन होता है. मान्यता है की जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष हो उसे भौम प्रदोष का व्रत जरूर रखना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार भौम प्रदोष व्रत के दिन भगवान हनुमान को घी की नौ बाती वाला दीपक जलाने से हर तरह के कर्ज से मुक्ति मिलती है. इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
भौम प्रदोष व्रत उपाय Bhaum Pradosh Upay
- भौम प्रदोष के दिन शिवलिंग का दूध में गुड़ व शहद मिलकर अभिषेक करे इस उपाय से धनवृद्धि के योग बनते है.
- भौम प्रदोष के दिन हनुमान जी की कृपा पाने के लिए उन्हें गुड़ या फिर बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करे.
- भौम प्रदोष के दिन शिव पूजा मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ की आराधना कर तीन मुखी रुद्राक्ष की पूजा करें और उसे गले में धारण करे इससे कार्यो में उन्नति प्राप्त होती है.
- इस दिन भगवान शिव को लाल मसूर की दाल अर्पित करने से कर्ज से छुटकारा मिलता है.