आषाढ़ी हलहारिणी भौमवती अमावस्या 2022 Bhaumwati Amavasya June 2022  

हलहारिणी भौमवती अमावस्या उपाय Halharini Amavasya Upay 2022

Bhaumwati Amavasya June 2022 Bhaumwati Amavasya June 2022  शास्त्रों के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि अमावस्या होती है जब अमावस्या मंगलवार को पड़े तो वह भौमवती अमावस्या का दुर्लभ संयोग बनाती है. अमावस्या की तिथि पितरो की तिथि और स्नान दान केलिए बहुत ही शुभ होती है. इस दिन पितरो के निमित तर्पण किया जाता है. साल 2022 में आषाढ़ माह की अमावस्या जिसे हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं 28 जून मंगलवार को पड़ रही है मंगलवार को पड़ने के कारण यह भौमवती अमावस्या होगी. हलहारिणी अमावस्या के दिन किसान कृषि कार्य में इस्तेमाल किये जाने वाले उपकरणों की पूजा करते हैं. आज हम आपको साल 2022 आषाढ़ माह में बन रहे भौमवती अमावस्या के शुभ योग, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन किये जाने वाले उपायों के बारे में बताएँगे.

आषाढ़ी अमावस्या शुभ मुहूर्त 2022 Ashadhi Amavasya 2022 Date

  1. साल 2022 में आषाढ़ भौमवती अमावस्या 28 जून मंगलवार को है.
  2. स्नान दान की अमावस्या 29 जून बुधवार को होगी.
  3. अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 28 जून प्रातःकाल 05:52 मिनट पर|
  4. अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 29 जून प्रातःकाल 08:21 मिनट पर|
  5. चन्द्र दर्शन का समय होगा – 30 जून शाम 06:40 मिनट से 07:47 मिनट तक|

भौमवती अमावस्या पूजा विधि Halharini Amavasya Pooja Vidhi

अमावस्या पर तर्पण, व्रत और स्नान-दान का विशेष महत्व है इस दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर पवित्र नदी या फिर गंगाजल मिले जल से स्नान करे और फिर सूर्य को अर्ध्य दे और पितरों का तर्पण करते हुए 108 बार ‘ॐ पितृभ्य: नम:’ मंत्र का जाप करना चाहिए. इस दिन उपवास रखना चाहिए मान्यता हैं कि इस दिन उपवास रखने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती हैं. पितरो का ध्यान करते हुए पीपल के वृक्ष पर जल अर्पण करना चाहिए. शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाये. अमावस्या के दिन शिव पूजन करने से सौभाग्य बढ़ता है.

भौमवती अमावस्या महत्व Bhaumwati Amavasya Mahatva

Bhaumwati Amavasya June 2022  शास्त्रों के अनुसार भौमवती अमावस्या को मंगलवारी अमावस्या और भोम्य अमावस्या के नाम से भी जाना जाता हैं. मान्यता है की इस दिन पितरों की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के सभी पितृ दोष और पितृ ऋण समाप्त हो जाते हैं. इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण और पिंड दान और जरूरतमंदो को दान करने से जीवन में समृद्धि आती हैं. इससे पितरों को शांति प्राप्त होती हैं.

भौमवती अमावस्या उपाय Ashadha Halharini Amavasya Upay

धार्मिक दृष्टि से वैसे तो सभी अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण होती है लेकिन मंगलवार को पड़ने वाली भौमवती अमावस्या पितृ दोषो और कर्ज से मुक्ति पाने के लिए बहुत खास होती है. आषाढ़ में महीने पड़ने वाली हलहारिणी अमावस्या कृषि से सम्बंधित कार्यो, दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए विशेष होती है आइये जानते है भौमवती अमावस्या के दिन कौन से खास उपाय करने चाहिए.

  1. इस दिन पितरों का ध्यान करते हुए पीपल के पेड़ पर गंगाजल, काले तिल, चीनी, चावल, तथा पुष्प डालकर पितरो के नाम से जल अर्पित करना चाहिए इससे पितृ दोष समाप्त होता है.

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  1. भौमवती अमावस्या के दिन कर्ज मुक्ति पाने के लिए ऋणमोचक मंगल स्रोत का पाठ करना चाहिए.
  2. इस दिन गुड़ व आटा दान करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है.
  3. अमावस्या के दिन पितृसूक्त तथा पितृस्तोत्र का पाठ करना लाभकारी होता है.
  4. भौमवती हलहारिणी अमावस्या के दिन कृषि से सम्बंधित औजारों और हल पूजन से घर में सुख समृद्धि आती है.
  5. भमवती अमावस्या की शाम शनि मंदिर में शनि देव से जुडी चीजों का दान करना चाहिए.

अमावस्या के नियम Amavasya ke Niyam

  1. अमावस्या के दिन संभव हो तो किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए.
  2. अमावस्या के दिन घर में अशुद्धि न रखे क्योंकि इससे नकारात्मक ऊर्जा बढती है
  3. इस दिन देर रात घर से बाहर या अंधेरे स्थान पर नहीं रहना चाहिए.
  4. अमावस्या के दिन ईश्वर का ध्यान करते रहना चाहिए.
  5. संभव हो तो इस दिन उपवास रखना चाहिए.
  6. इस दिन जरूरतमंदो को दान करना शुभ होता है.
  7. इस दिन पितरो का तर्पण करना चाहिए.
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