अजा एकादशी व्रत Aja Ekadashi Date Time Puja Muhurat 2023
अजा एकादशी व्रत शुभ मुहूर्त 2023 Aja Ekadashi Date time 2023
- साल 2023 में अजा एकादशी 10 सितम्बर रविवार को रखा जायेगा|
- एकादशी तिथि प्रारम्भ – 9 सितम्बर सायंकाल 07:17 मिनट पर|
- एकादशी तिथि समाप्त – 10 सितम्बर रात्रि 09:28 मिनट पर|
- पूजा का शुभ मुहूर्त – प्रातःकाल 07:37 मिनट से दोपहर 12:18 मिनट तक|
- पारण का समय होगा – 11 सितम्बर प्रातःकाल 06:04 मिनट से 08:33 मिनट तक|
- पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय – रात्रि 11:52 मिनट|
अजा एकादशी पूजा विधि Aja Ekadashi Puja Vidhi
एकादशी व्रत की शुरुआत दशमी की रात्रि से होती है। दशमी की रात्रि सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। अगले दिन एकादशी की सुबह स्नान कर व्रत का संकल्प ले. इसके बाद पूजास्थल पर विष्णु प्रतिमा स्थापित कर धूप-दीप जलाकर उन्हें फल-फूल, तिल, दूध, पंचामृत व तुलसी दल अर्पित करें और फिर विष्णु मंत्र व विष्णु सहस्त्रनाम का जप करें. इसके बाद व्रत कथा पढ़े और आरती करे. पारण मुहूर्त में व्रत का पारण कर ब्राह्मण को भोजन कराकर दान-दक्षिणा देकर व्रत सम्पन्न करना चाहिए.
एकादशी के दिन क्या ना करे Aja Ekadashi Niyam
- शास्त्रों के अनुसार एकादशी व्रत के नियम तीन दिन दशमी, एकादशी और द्वादशी तक चलते है व्रत करने वाले जातक को तीनो दिन व्रत के नियमो का पालन करना चाहिए,
- दशमी तिथि को सात्विक भोजन करे.
- एकादशी व्रत में चावल खाना वर्जित होता है इस दिन चावलों का सेवन ना करे.
- इस दिन लहसुन, प्याज और मसुर की दाल का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
- एकादशी तिथि के दिन तुलसी की पत्तिया नहीं तोड़नी चाहिए|
एकादशी के दिन क्या करे Aja Ekadashi Upay
- इस दिन किसी जरूरतमन्द को अन्न, वस्त्र का दान करना चाहिए।
- व्रत के बाद व्रत का पारण जरूर करना चाहिए इससे व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है|
- इस दिन भगवान विष्णु जी को पूजा में तुलसी के पत्ते अर्पित करने चाहिए. लेकिन तुलसी के पत्ते एक दिन पूर्व ही तोड़कर रख लेने चाहिए क्योकि एकादशी के दिन तुलसी तोडना वर्जित होता है|
- इस दिन राधा- कृष्ण के मंदिर में पीले फूलो की माला अर्पित करनी चाहिए।
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- एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करने से भौतिक सुखो की प्राप्ति होती है.
- इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए|
- एकादशी की शाम तुलसी के पास गाय के घी का दीपक जलाकर तुलसी की 11 परिक्रमा करनी चाहिए.