Sawan Amavasya Surya Grahan 2018 सावन अमावस्या मुहूर्त Festival Tips

अमावस्या शुभ मुहूर्त 2018 Surya Grahan Sawan Amavasya

Sawan Amavasya Surya Grahan 2018Sawan Amavasya Surya Grahan 2018- ज्योतिष शास्त्र अनुसार साल 2018 में 11 अगस्त शनिवार को एक अद्भुद संयोग बनने जा रहा है। 11 अगस्त शनिवार के दिन शनिवारी अमावस्या के साथ ही साल का आखिरी सूर्यग्रहण भी लगने जा रहा है. ये सूर्य ग्रहण आंशिक होगा और भारत में नहीं दिखाई देगा. शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या का शास्त्रों में बहुत अधिक महत्व बताया गया है. अगस्त माह में शनिवार के दिन आने वाली अमावस्या को सावन अमावस्या भी कहते है. कहा जाता है की इस दिन शनिदेव की पूजा पूरे विधि-विधान से करने पर व्यक्ति को मनचाहे फलों की प्राप्ति होती है. आज हम आपको 11 अगस्त के दिन आने वाली शनिश्चरी अमावस्या के शुभ मुहूर्त पूजा विधि और महत्व के बारे में बताएँगे.

सावन शनिवारी अमावस्या शुभ मुहूर्त Sawan Amavasya Surya Grahan 2018  in Hindi

साल 2018 में सावन अमावस्‍या 11 अगस्त 2018 शनिवार के दिन पड़ रही है। अमावस्या तिथि 10 अगस्‍त को 19:08 मिनट से शुरू होगी और 11 अगस्त के दिन 15:27 मिनट पर समाप्‍त होगी.

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शनिवारी अमावस्या पूजन विधि Amavasya Pujan Shubh Muhurt  

Sawan Amavasya Surya Grahan 2018- शास्त्रों के अनुसार शनिवारी अमावस्या के दिन प्रातः काल उठकर अपने सभी दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नानादि के बाद शनिदेव का ध्यान और शनि मंत्र का जाप करना चाहिए. हो सके तो शनि मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए. माना जाता है की शनि देव को प्रसन्ना करने के लिए  शनिदेव को तेल अर्पित करना चाहिए. इसके बाद तेल के दीपक से आरती करके अपने और दूसरों के सुख-समृद्धि की कामना करनी चाहिए.

शनिवारी अमावस्या के दिन करे ये दान Shaniwaari Amavasya Daan Importance

शास्त्रों की माने तो शनिदेव को काला रंग बहुत अधिक प्रिय है। अमावस्या के दिन शनिदेव को प्रसन्ना करने के लिए काली वस्तुओं का दान करना शुभ होता है. आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार उड़द, तिल, कंबल, सरसों का तेल, व तेल से बने पकवान आदि का दान भी कर सकते है.

हरियाली अमावस्या का महत्व Hariyaali Amavasya Festival Tips

Sawan Amavasya Surya Grahan 2018- 12 महीनो में सावन का महीना हरियाली और प्रकृति में मिला होता है. इस अमावस्या के दिन पेड़-पौधे की पूजा का विशेष महत्व होता है और इस दिन ख़ास तौर पर पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है. सावन माह में पढ़ने वाली अमावस्या के दिन पीपल, बरगद, नींबू, केला और तुलसी के पेड़ों की पूजा सेविशेष फलों की प्राप्ति होती है.

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