रक्षाबंधन 2019 तिथि मुहूर्त Raksha Bandhan 2019 Date Time Shubh Muhurt

राखी बंधन पूजा विधि 2019 Raksha Bandhan 2019 puja vidhi

रक्षाबंधन 2019 रक्षाबंधन 2019- रक्षाबंधन का त्यौहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है जो राखी पूर्णिमा के नाम से भी खासा लोकप्रिय पर्व है. यह त्यौहार भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक होता है। इस दिन सभी बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रंग-बिरंगी राखियाँ बांधती हैं और उनकी समृद्धि की कामना करती है  वहीं भाई भी अपनी बहनों को उनकी रक्षा का वचन देते हैं। आज हम आपको साल 2019 रक्षाबंधन पर्व के शुभ मुहूर्त, तिथि व इस दिन की जाने वाली पूजा विधि के बारे में बताएँगे.

रक्षाबंधन मुहूर्त से जुड़े कुछ जरूरी नियम Raksha Bandhan Muhurt rules

  1. रक्षा बंधन श्रावण मास में उस दिन मनाया जाता है जिस दिन पूर्णिमा अपराह्ण काल में पड़ रही होती है। इस दिन इन नियमो को ध्यान रखना चाहिए.
  2. यदि पूर्णिमा तिथि के समय अपराह्ण में भद्रा हो तो भद्राकाल में रक्षाबन्धन नहीं मनाना चाहिए। और यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती तीन मुहूर्तों में हो, तो इस पर्व से जुड़े सभी विधि विधान अगले दिन के अपराह्ण काल में ही किये जाने चाहिए.
  3. और यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती 3 मुहूर्तों में न हो तो रक्षा बंधन पहले ही दिन भद्रा के बाद प्रदोष काल में मनाई जा सकती है. ध्यान रखे की शास्त्रों के अनुसार भद्राकाल होने पर रक्षाबंधन मनाना निषेध मना जाता है.

रक्षा बंधन 2019 राखी बांधने का शुभ मुहूर्त व तिथि Raksha bandhan Date Time

  1. साल 2019 में रक्षाबंधन का पर्व 15 अगस्त गुरुवार के दिन मनाया जाएगा.
  2. पूर्णिमा तिथि आरम्भ होगी- 14 अगस्त 2019 ,03 :45 मिनट पर|
  3. पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी- 15 अगस्त 2019 , 05 :59 मिनट पर|
  4. रक्षाबंधन अनुष्ठान का शुभ समय होगा – 05:53 से 17:58
  5. रक्षासूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त होगा – 05 बजकर 49 मिनट से 06 बजकर 1 मिनट तक|
  6. मुहूर्त की कुल अवधि होगी- 12 घंटे 11 मिनट
  7. राखी बांधने का अपराह्न मुहूर्त होगा- 01:44 मिनट से 04:20 मिनट तक|
  8. भद्रा काल समाप्ति का समय होगा- सूर्योदय से पहले

राशिअनुसार जाने साल 2019 का भविष्यफल

रक्षाबंधन पूजा-विधि Raksha Bandhan Puja Vidhi

रक्षा बंधन का ये त्यौहार भाई बहनो के आपसी प्रेम को दर्शाता है. इस दिन बहने भाईयों की कलाई पर रक्षा-सूत्र या राखी बांधती हैं और साथ ही भाईयों की दीर्घायु, समृद्धि व ख़ुशी जीवन की कामना करती हैं। रक्षाबंधन के दिन स्नानादि के बाद भाई बहिन दोनों मिलकर पूजा करते है भेजने पूजा की थल सजाती है जिसमें रोली अक्षत, दीपक और राखियां होती है पूजा के बाद बहाने भाई को तिलक कर उनके दाहिनी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है इसके बाद मीठी खिलाती है राखी बंधवाने के बाद बहिन को भी उसकी रक्षा का वचन देने के साथ ही कुछ उपहार भी भेंट करता है बहुत सी बहने इस दिन अपने भाई की सलामती के लिए व्रत भी रखती है. इस तरह पूरे भारतवर्ष में यह पर बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है.

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