पूर्णिमा व्रत पूजा विधि Paush Purnima Puja Vidhi
Purnima Vrat January 2025 हर महीने में एक पूर्णिमा आती है पंचांग के अनुसार पौष माह की पूर्णिमा को पूष की पूर्णिमा भी कहते है. शास्त्रों के अनुसार पौष पूर्णिमा के दिन लक्ष्मी नारायण पूजा का खास महत्व होता है. पूर्णिमा के दिन स्नान-दान और पितरों का तर्पण करना शुभ होता है. मान्यता है की पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव को अर्घ्य देने से चन्द्र दोष दूर होता है आइये जानते है साल 2025 में पौष पूर्णिमा कब है, सही तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन किन चीजों का दान करना चाहिए|
पौष पूर्णिमा शुभ मुहूर्त 2025 Paush Purnima 2025 Shubh Muhurat
- साल 2025 में पौष पूर्णिमा का व्रत 13 जनवरी सोमवार के दिन रखा जायेगा|
- पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ होगी – 13, जनवरी प्रातःकाल 05:03 मिनट|
- पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी – 14, जनवरी प्रातःकाल 03:56 मिनट|
- स्नान-दान मुहूर्त – प्रातःकाल 05:27 मिनट से प्रातःकाल 06.18 मिनट|
- पूजा मुहूर्त – प्रातःकाल 05:27 मिनट से 06:21 मिनट तक|
- चंद्रोदय समय – शाम 05:49 मिनट|
पौष पूर्णिमा पूजा विधि Paush Purnima Puja Vidhi
पूर्णिमा व्रत के दिन प्रात: काल उठकर दैनिक कार्यो से निवृत होकर स्नान करे और पूजा का संकल्प ले. इसके बाद पूजा स्थल में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की मूर्ति का पंचामृत से अभिषेक करें और ओम नमो: नारायण मंत्र का जप करें। धूप-दीप कर भगवान विष्णु को फूल, फल, वस्त्र और नैवेद्य अर्पित करे साथ ही मां लक्ष्मी को सोलह श्रृंगार का सामान चढ़ाएं इसके बाद व्रत कथा पढ़कर आरती करे. रात्रि में चंद्रोदय के बाद ऊँ सों सोमाय नम: मंत्र का जाप कर चन्द्रमा को अर्घ्य दे और व्रत का पारण करे|
पौष पूर्णिमा क्या दान करे Paush Purnima Daan
शास्त्रों के अनुसा पौष पूर्णिमा से प्रयागराज में माघ मेले (कल्पवास) का आरंभ हो जाता है। इस दिन किसी पवित्र तीर्थ स्थान पर स्नान करने से मनुष्य पापमुक्त होकर स्वर्गलोक में जाते हैं। इस दिन दान का भी विशेष महत्व है। इस खास दिन पर दान में तिल, घी, शक्कर, चावल, वस्त्र, अन्न, गुड़, और कंबल का दान करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है।