पापमोचिनी एकादशी के दिन ना करे ये 7 काम Papmochani Ekadashi Niyam

पापमोचिनी एकादशी 2022 शुभ मुहूर्त नियम Papmochani Ekadashi 2022

Papmochani Ekadashi NiyamPapmochani Ekadashi Niyam एकादशी व्रत सभी व्रतों में सर्वश्रेष्ठ माना गया है. साल 2022 में पापमोचिनी एकादशी का व्रत 28 मार्च दिन सोमवार को रखा जायेगा. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा उपवास कर व्रत कथा का पाठ करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं. इस साल पापमोचिनी एकादशी के दिन सुबह 06:16 मिनट पर सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू होगा जो दोपहर 12:24 मिनट तक रहेगा. इस योग में व्रत और पूजा करने से व्यक्ति को पूर्ण फल प्राप्त होंगे. हालांकि शास्त्रों में पापमोचिनी एकादशी व्रत के कुछ विशेष नियम बताये गए है जिन्हे ध्यान में रखकर व्रत करना चाहिए. आज हम आपको पापमोचिनी एकादशी व्रत तिथि शुभ मुहूर्त और इस दिन ध्यान राखी जाने वाली बातो के बारे में बताएँगे.

पापमोचिनी एकादशी तिथि व शुभ मुहूर्त 2022 Papmochani Ekadashi Date Time 2022

  1. साल 2022 में पापमोचिनी एकादशी का व्रत 28 मार्च सोमवार को रखा जायेगा.
  2. एकादशी तिथि प्रारम्भ होगी – 27 मार्च शाम 06:04 मिनट पर|
  3. एकादशी तिथि समाप्त – 28 मार्च शाम 04:15 मिनट पर|
  4. व्रत के पारण का शुभ समय होगा – 29 मार्च सुबह 06:15 मिनट से 08:43 मिनट तक|
  5. आइये जानते है इस दिन किन बातो का ख्याल रखना चाहिए.

तामसिक भोजन का सेवन न करे Ekadashi Niyam

एकादशी का व्रत पूर्ण रूप से सात्विकता का खास ख्याल रखते हुए करना चाहिए इसीलिए एकादशी के व्रत में लहसुन, प्याज याअन्य तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. किसी भी प्रकार के तामसिक भोजन से व्यक्ति में काम भावना बढ़ने लगत्ती है जिससे मन अशुद्ध होता है. इस दिन पूर्ण रूप ब्रह्मचर्य का भी पालन करे.

सूर्योदय के बाद ना सोये ekadashi Vrat Niyam

शास्त्रों के अनुसार किसी भी व्रत में सूर्योदय के बाद सोना वर्जित है जो लोग पापमोचिनी एकादशी के दिन व्रत रखते है विशेषकर उन्हें इस दिन सूर्योदय से पूर्व ही उठकर स्नान कर व्रत का संकल्प लेकर भक्ति भाव में मन लगाना चाहिए इससे व्रत का पुण्य फल प्राप्त होता है.

चावल का सेवन ना करे Ekadashi Niyam

धार्मिक मान्यता अनुसार किसी भी एकादशी के दिन चावल नहीं खाना चाहिए. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चावल खाने से शरीर में आलस बढ़ता है और मन भक्ति में नहीं लगता. साथ ही चावल में जल की मात्रा अधिक होने के कारण इसके सेवन से शरीर में जल की मात्रा भी बढ़ जाती है जिस कारण शरीर में चंचलता बढ़ने लगती है और प्रभु भक्ति में ध्यान नहीं लग पता इसीलिए एकादशी के दिन चावल का सेवन वर्जित है.

किसी की निंदा ना करे Ekadashi Niyam

शास्त्रों के अनुसार एकादशी व्रत के दिन किसी भी दूसरे व्यक्ति की चुगली, झूठ बोलना या किसी की निंदा न करे. इससे व्यक्ति का मन दूषित होता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कभी भी दूषित मन से की गयी पूजा का पूर्ण फल व्रती को नहीं मिल पाता है.

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क्रोध न करे Ekadashi Niyam

गुस्सा व्यक्ति के लिए नुकसानदायक होता है इसीलिए कभी भी क्रोध नहीं करना चाहिए, शास्त्रों के अनुसार एकादशी व्रत के दिन घर का माहौल शांत बनाये रखते हुए प्रभु की भक्ति करनी चाहिए. यदि किसी से कोई गलती हो भी जाय तो उसे माफ़ कर दे उसपर क्रोध न करे क्योकि क्रोध से घर में नकारात्मकता बढ़ जाती है.

व्रत कथा का पाठ न भूले Ekadashi Niyam

शास्त्रोंके अनुसार किसी भी व्रत में उस व्रत से जुडी व्रत कथा का बहुत ही खास महत्व होता है इसीलिए पापमोचिनी एकादशी व्रत की पूजा के समय में व्रत कथा का श्रवण या पाठ अवश्य करें ताकि आपको व्रत का पूर्ण फल प्राप्त हो सके.

इन चीजों का सेवन न करे Ekadashi Niyam

एकादशी के व्रत में जिस तरह चावल खाने की मनाही होती है ठीक वैसे ही एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को बैंगन, चावल, मूली, सेम, जौ, मसूर की दाल, पान आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए. शास्त्रों में ये सभी चीजे इस दिन वर्जित बताई गयी है.

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