चैत्र नवरात्रि नवमी तिथि शुभ मुहूर्त 2022 Navratri 2022 Durga Navami

चैत्र नवरात्रि महानवमी पूजा विधि Chaitra Navratri Puja Vidhi

Navratri 2022 Durga NavamiNavratri 2022 Durga Navami चैत्र नवरात्रि के नवें दिन माता सिद्धिदात्री का पूजन, हवन, कन्या पूजन, पारण और रामनवमी मनाई जाती है मान्यता है कि इस दिन राम जी का जन्म हुआ था. नवरात्रि के नवें दिन को दुर्गा नवमी या महानवमी भी कहते है। सिद्धिदात्री मां दुर्गा का नवां स्वरूप है। इन्हें नवीं शक्ति कहा जाता है। आज हम आपको साल 2022 चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि या महानवमी व्रत की तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, कन्या पूजन विधि माँ के पसन्दीदा रंग मंत्र भोग और इस दिन किये जाने वाले उपाय के बारे में बताएँगे.

नवरात्रि नवमी शुभ मुहूर्त 2022 Navratri Navami Shubh Muhurat 2022

  1. साल 2022 में चैत्र शुक्ल नवमी तिथि का व्रत 10 अप्रैल को रखा जायेगा|
  2. नवमी तिथि आरंभ होगी – 10 अप्रैल रात्रि 01:23 मिनट पर|
  3. नवमी तिथि समाप्त होगी – 11 अप्रैल प्रातःकाल 03:15 मिनट पर|
  4. राम नवमी मध्याह्न पूजा मुहूर्त – प्रातःकाल 11:06 मिनट से दोपहर 01:39 मिनट तक|
  5. नवमी के दिन रवि पुष्य योग, रवि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन है. इसलिए इस दिन सुबह से ही कन्या पूजन के लिए शुभ मुहूर्त है|

माता सिद्धिदात्री स्वरुप Devi Shiddhidatri Swaroop

चैत्र नवरात्रि के नवें दिन मां दुर्गा के नवें स्वरूप देवी सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। माँ दुर्गा का, सिद्धिदात्री स्वरुप हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करने वाला माना जाता है। माँ कमल पर विराजमान है इनकी चार भुजाएँ हैं माँ के दाहिने हाथ में गदा और दूसरे दाहिने हाथ में एक चक्र और दोनों बाएँ हाथों में शंख और कमल है। माँ का वाहन सिंह है.

नवरात्रि नवमी सिद्धिदात्री पूजा विधि Chaitra Navratri NAVAMI Puja Vidhi

नवरात्रि के नवें दिन सिद्धि प्रदान करने वाली देवी सिद्धिदात्री का पूजन और रामजन्मोत्सव मनाया जाता है नवमी के दिन पूजा स्थल को स्वच्छ कर देवी सिद्धिदात्री और श्री राम जी की प्रतिमाये पूजास्थल पर स्थापित करे और धूप दीप जलाये. अब मां को रोली, अक्षत, फल, फूल, श्रृंगार का सामान और खीर का नैवेद्य अर्पित करें। साथ ही भगवान राम को तुलसी अर्पित करे. अब देवी सिद्धिदात्री के मंत्र ओम देवी सिद्धिदात्र्यै नमः का जाप करें। अब व्रत कथा का पाठ कर आरती कर ले. माँ की पूजा के बाद कन्या पूजन करे.

कन्या पूजन विधि Kanya Pujan Vidhi

नवरात्रि में नवमी नवमी कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है नवमी और नवमी के दिन कन्या पूजन करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है कन्या पूजन के लिए 9 कन्याओं और 1 बालक को आमंत्रित करें यदि 9 कन्याये ना मिले तो 5 या 7 कन्याओं का पूजन भी कर सकते है सबसे पहले कन्याओ को आसान पर बिठाकर उनके पैर धुलवाएं. इसके बाद कन्याओं का टीका करे. इसके बाद सभी को चने, हलवा, पूरी का भोग लगाए और अपनी क्षमता के अनुसार कन्याओं को दक्ष‍िणा या उपहार दें अंत में उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लें. मान्यता है की नवरात्रि में कन्या पूजन के बाद ही नवरात्रि का व्रत पूरा होता है.

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नवमी तिथि उपाय Navami Upay

  1. नवरात्रि की नवमी तिथि के दिन माँ सिद्धिदात्री और भगवान् राम की पूजा से जीवन में शुभ फल मिलते है इस दिन धन लाभ के साथ हर काम में सफलता पाने के लिए रामाष्टक का पाठ करना चाहिए।
  2. आज के दिन पूजा में प्रभु श्री राम को चंदन का तिलक लगाएं और उन्हें तुलसी दल अर्पित करे इससे मनोकामना पूरी होती है.
  3. रामनवमी के दिन रामचरितमानस, सुदंरकांड का पाठ करना लाभकारी होता है.
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