अमावस्या पूजा विधि Amavasya Puja Vidhi 2024
Margashirsha Amavasya 2024 Daan शास्त्रों में ऐसी मान्यता है की मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण एवं पिंडदान करने से तीन पीढ़ी तक के पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। अमावस्या के दिन गंगा समेत पवित्र नदियों में स्नान कर पितरों का विधिपूर्वक तर्पण करना चाहिए. मार्गशीर्ष अमावस्या को अगहन अमावस्या भी कहते है. मान्यता है की अमावस्या के दिन कुछ खास चीजों का दान करने से पितरो का आशीर्वाद और समृद्धि प्राप्त होती है. आइये जानते है साल 2024 में मार्गशीर्ष या अगहन मास की अमावस्या कब पड़ेगी, पूजा व स्नान-दान मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन किये जाने वाले खास दान क्या है|
मार्गशीर्ष अमावस्या शुभ मुहूर्त 2024 Margashirsha Amavasya 2024 Date
- साल 2024 में मार्गशीर्ष अमावस्या 1 दिसम्बर रविवार को है
- अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 30 नवम्बर प्रातःकाल 10:29 मिनट
- अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 1 दिसंबर प्रातःकाल 11:50 मिनट
- स्नान- दान का शुभ मुहूर्त – प्रातःकाल 05:08 मिनट से प्रातःकाल 06:02 मिनट
- अभिजित मुहूर्त – प्रातःकाल 11:49 मिनट से दोपहर 12:31 मिनट
मार्गशीर्ष अमावस्या विधि Margashirsha Amavasya Pooja Vidhi
शास्त्रों के अनुसार अमावस्या के दिन संभव हो तो पवित्र नदी या घर पर गंगाजल मिले जल से स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दे. पितरों के निमित्त तर्पण व दान करे. व्रत रखकर भगवान विष्णु और भगवान् शिव की आराधना करे. शाम के समय पीपल के वृक्ष और तुलसी के पास सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इससे पितृ प्रसन्न होते है.
मार्गशीर्ष अमावस्या दान Margashirsha Amavasya Daan
- अमावस्या के दिन सामर्थ्यानुसार दान करना शुभ बताया गया है.
- मार्गशीर्ष मास की अमावस्या को अन्न व जल का दान करना चाहिए.
- इस खास दिन पर जरूरतमंदो को गर्म कपड़ो का दान करना शुभ होता है.
- पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए अमावस्या के दिन तिल का दान करना चाहिए.
- अमावस्या के दिन गुड़ का दान करना चाहिए इससे पितृ तृप्त होते है.