फाल्गुन अमावस्या 2021 शुभ मुहूर्त March Amavasya Date Time 2021 

फाल्गुन अमावस्या 2021 तिथि March Amavasya Upay 2021

फाल्गुन अमावस्या 2021फाल्गुन अमावस्या 2021- फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को फाल्गुन अमावस्या के नाम से जाना जाता हैं। शास्त्रों में अमावस्या तिथि का बहुत अधिक महत्व माना जाता है। फाल्गुन अमावस्या के दिन सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखने की भी परंपरा है। शास्त्रों में यह तिथि पितरों को मोक्ष दिलाने वाली तिथि के नाम से भी प्रचलित है. साल 2021 फाल्गुन मास की अमावस्या तिथि शनिवार के दिन पड़ने के कारण शनिश्चरी अमावस्या होगी आज हम आपको साल 2021 फाल्गुन शनिश्चरी अमावस्या की सही तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन के कुछ विशेष नियमो के बारे में बताएँगे.

फाल्गुन अमावस्या शुभ मुहूर्त 2021 March Amavasya 2021 Date Time

  1. साल 2021 में फाल्गुन अमावस्या 13 मार्च शनिवार को है.
  2. अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 12 मार्च शुक्रवार दोपहर 3:04 मिनट पर |
  3. अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 13 मार्च शनिवार दोपहर 3:52 मिनट पर |

फाल्गुन अमावस्या पूजा विधि Amavasya Vidhi

अमावस्या पितरों को मोक्ष दिलाने वाली तिथि है। अगर यह तिथि शनिवार को पड़े तो और भी फलदायी होती है. शनि अमावस्या पर विशेष पूजा विधि से शनि कृपा आसानी से प्राप्त की जा सकती है. इसीलिए इस दिन पितरों की शांति के लिए दान, तर्पण, श्राद्ध आदि कार्य करना बहुत ही उत्तम माना जाता है। इस दिन सुबह उठकर दैनिक कार्यों से निवृत होकर किसी पवित्र नदी जलाशय कुंड या फिर घर पर गंगाजल मिले जल से स्नान करे. स्नान के बाद सूर्यदेव को जल का अर्घ्य दे और पितरो की शांति के लिए दान धर्म के कार्य करे. इस दिन शाम को पीपल के पेड़ के पास सरसों तेल का एक दीया जलाकर पीपल पेड़ की सात परिक्रमा करे. इसके बाद शनि चालीसा शनि मंत्रो का जाप करे.

अमावस्या नियम Mauni Amavasya Niyam

  1. यदि संभव हो तो इस दिन प्रातःकाल नदी, सरोवर या पवित्र कुंड में स्नान करें।
  2. स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देकर व्रत का संकल्प लें।
  3. इस दिन किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन अवश्य कराएं।

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  1. अमावस्या के दिन अनाज, वस्त्र, तिल, आंवला, कंबल आदि चीजों का का दान करें।
  2. अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण करें इससे उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  3. अमावस्या के दिन पूर्ण रूप से सात्विकता का ख्याल रखे.
  4. इस दिन घर पर आये किसी व्यक्ति को खाली हाथ ना जाने दे क्योकि अमावस्या दान व तर्पण का दिन होता है.
  5. इस दिन किसी भी बड़े बूढ़े का अपमान ना करे.
  6. क्योकि यह शनिश्चरी अमावस्या है इसीलिए इस दिन घर में लोहे या लोहे से बनी चीजे नहीं लानी चाहिए.
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